विधानसभा के बजट सत्र को लेकर बुलाई गई बैठक में नहीं आए BJP और AJSU

संजय सिंह, ब्यूरो चीफ सह प्रभारी,
दक्षणी छोटा नागपुर प्रमंडल,रांची
दैनिक समाज जागरण
राँची 26 फरवरी 2023

झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 27 फरवरी से 24 मार्च तक आहूत है। सत्र की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने और लोगों की अधिक से अधिक समस्याओं के समाधान कराने के उद्देश्य से विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक बुलाई।झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 27 फरवरी से 24 मार्च तक आहूत है। सत्र की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने और लोगों की अधिक से अधिक समस्याओं को सदन के माध्यम से समाधान कराने के उद्देश्य से विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने सर्वदलीय बैठक की। इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम, राजद कोटे के मंत्री सत्यानंद भोक्ता, माले विधायक विनोद सिंह, निर्दलीय विधायक सरयू राय मौजूद रहे।
बीजेपी और आजसू के प्रतिनिधि नहीं हुए शामिल बैठक में एक बार फिर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा, आजसू के प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए। इस दौरान सरहुल पर्व के कारण सत्र की कार्यसूची में परिवर्तन पर चर्चा हुई। इस पर अंतिम निर्णय सत्र के पहले दिन होने वाले कार्यमंत्रणा की बैठक में लिया जाएगा। विपक्ष के गैर मौजूदगी पर मुख्यमंत्री ने सवाल खड़े किए हैं।राज्यपाल के अभिभाषण से होगी सत्र की शुरुआत झारखंड विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। तीन मार्च को हेमंत सोरेन सरकार साल 2023-24 का बजट सदन में पेश करेगी। सरकार ने सत्र को लेकर तैयारी पूरी कर ली है। सभी विभागीय मंत्री को पूरी तैयारी के साथ सदन में आने का निर्देश दिया गया है। बैठक के बाद म विधायक विनोद सिंह और निर्दलीय विधायक सरयू राय ने बताया कि उन्होंने सरकार का ध्यान बजट पर होने वाली चर्चा और सरहुल पर्व पर दिलाया है। सरकार के जवाब में हुई कार्रवाई सार्वजनिक हो उन्होंने सदन में सरकार के जवाब पर की गई कार्रवाई को सार्वजनिक करने की मांग भी उठाई। इसके साथ – साथ अनुबंध कंर्मियो की हड़ताल, बेरोजगर युवाओं के लिये नियुक्ति नियमावली और राज्य के अधिकारियों या जन प्रतिनिधियों द्वारा की जाने वाली संपत्ति की घोषणा का राज्य स्तर पर गंभीरतापूर्वक जांच की मांग भी रखी गई। बैठक में सम्पूर्ण बजट सत्र के विभिन्न कार्यदिवसों पर चर्चा हुई। सत्र के कुल 17 कार्यदिवसों को बेहतर ढ़ग से राज्य की जनता के हित में इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया।
हंगामा तय बजट सत्र में विपक्ष का हंगामा तय है। नियोजन नीति, स्थानीय नीति, कानून व्यवस्था, हाथी का आतंक, भ्रष्टाचार सहित अन्य विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष हमलावर रहेगा।स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने अधिकारियों संग की बैठक स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने बजट सत्र को सुचारू रूप से आहूत करने के लिए सरकार के उच्च अधिकारियों के साथ भी अलग से बैठक की। इस दौरान सत्र के संचालन में सुरक्षा मानकों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सदन में सदस्यों की बैठने की जगह को भवन की सजावट में उपयोग किए गए शीशे की दृष्टि से ध्यान देने को कहा गया है। कुछ सदस्यों के आसन के ऊपर शीशे लगे हैं। गुंबद स्पीकर ने कहा कि कई बार अधिकारियों का रवैया उदासीन प्रतीत होता है। उन्होंने ससमय सत्र से संबंधित सभी सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। स्पीकर ने कहा कि सदन में उनके आसन की ऊंचाई की वजह से मुख्यमंत्री सहित कई सदस्यों को देखने में मुश्किल होती है।इस दिक्कत को दूर करने के लिए उनकी टेबल का आकार थोड़ा कम किया गया है। सदन के गुंबद में शीशे से नक्काशी की गई है जिसके टूटने की आशंका बनी रहती है। इसकी वजह से सदस्यों को खतरा हो सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए गुंबद के नीचे जाल लगाने पर सहमति बनी है। आने वाले दिनों में यह काम किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट सत्र के लिए तैयार हैं हम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बजट सत्र को लेकर सरकार पूरी तैयार है। सत्र बेहतर चले, लोगों की समस्याओं का समाधान हो । यही ध्येय रहेगा। स्पीकर की सर्वदलीय बैठक जो कि सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए बुलाने की परंपरा रही है। लेकिन, इस बैठक से विपक्ष क्यों नहीं आया, यह उनका विषय है। संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि सत्र को सुचारू रूप से चलाने में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की अहम भूमिका होती है। उम्मीद करते हैं विपक्ष के सभी सदस्य लोगों की अधिक से अधिक समस्याओं का समाधान कराने में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएंगे।प्रदेश के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि सवाल सत्ता पक्ष का हो या विपक्ष का सभी को पूरी गंभीरता से लेकर निष्पक्षता से उत्तर दिया जाएगा। लोगों की समस्याओं का समाधान और जरूरतों को सदन के माध्यम से पूरा करने पर जोर रहेगा।