नोएडा : 29 दिसंबर 2024 – ब्रह्माकुमारीज़, सेक्टर 46 ने गाड़ीनियाँ ग्लोरी में एक रंगारंग कार्यक्रम के माध्यम से नए वर्ष 2025 का स्वागत किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को नववर्ष की शुभकामनाएं देना और उन्हें सकारात्मकता एवं आत्म-परिवर्तन के विचारों से प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में श्री रंजन दत्ता (रिटायर्ड IAS और सेक्रेटरी, भारत सरकार) ने अपने विचार प्रस्तुत किए, जबकि अन्य विशिष्ट अतिथि के रूप में आचार्य मुकेश (योग भागवताचार्य), डॉ. जसबीर कौर सोनी, पूजा बहन, और वरिष्ठ राजयोग टीचर लीना दीदी ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज की।
लीना दीदी ने स्वागत सत्र का आयोजन किया और बताया कि नववर्ष का आगाज एक नए अंदाज में करना है, जिसमें हमें अपने जीवन के सुंदर सपनों को साकार करना है और अच्छी यादों को संजोना है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने पुराने अनुभवों से शक्ति लेकर अपने जीवन को बेहतर बनाने का संकल्प लेना चाहिए।
ब्रह्माकुमारीज़ ने इस अवसर पर 2025 के लिए सकारात्मकता और आत्म-परिवर्तन के विचारों पर जोर दिया। प्रमुख संदेशों में शामिल थे:
- आध्यात्मिक जागरूकता: आत्मा की पहचान और उद्देश्य को समझने का समय है, जो शांति और संतोष की ओर ले जाता है।
- सकारात्मक संकल्प: दिन की शुरुआत सकारात्मक संकल्पों से करनी चाहिए, जैसे “मैं शक्तिशाली आत्मा हूं, मैं शांत हूं”।
- ईश्वर पर भरोसा: ईश्वर की योजनाओं पर विश्वास रखना चाहिए, जो कठिनाइयों का सामना करने में मदद करता है।
- प्रार्थना और ध्यान: नववर्ष की शुरुआत प्रार्थना और ध्यान से करनी चाहिए, जो जीवन में सकारात्मकता लाता है।
कार्यक्रम की विशेषताएँ:
कार्यक्रम में एक भावुक आध्यात्मिक गीत “तुम को सौंपकर सब चिंता फिकर इस दुनिया से हो गए बेख़बर, मेरी नैया तेरे हवाले” ने सभी को भावविभोर कर दिया। इसके बाद लीना दीदी ने एक मेडिटेशन प्रैक्टिस करवाई, जिसमें लोगों को अपने बचपन की सुखद यादों का अनुभव कराया। उन्होंने बताया कि न्यू ईयर रिज़ोल्यूशन एक सीमित घटना नहीं है, बल्कि यह हर दिन हो सकता है।
रेनू बहन ने भी अपने विचार व्यक्त किए, जिसमें उन्होंने बताया कि हमारे विचारों को सकारात्मक और शक्तिशाली बनाना आवश्यक है। उन्होंने मेडिटेशन के माध्यम से सुप्रीम पावर से जुड़ने का महत्व बताया और संकल्पों को साकार करने के लिए प्रेरित किया।
स्वस्थ और शांत जीवन की दिशा:
श्री राजकुमार (सेक्टर 45 BK सेंटर शिक्षक) ने कहा कि राजयोग प्रैक्टिस से हम अपने दुःख के संस्कारों को बदल सकते हैं। भागवत आचार्य मुकेश किशन ने भी बताया कि जैसे हम अपने मोबाइल को चार्ज करते हैं, वैसे ही हमें अपनी आत्मा को परमपिता परमात्मा से जुड़कर रोज़ चार्ज करना चाहिए।
पूजा बहन ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि हमें भगवान से संवाद करते हुए अपने विचार साझा करने चाहिए और अपने दिनभर के व्यर्थ विचारों पर ब्रेक लगाना चाहिए। उन्होंने उपस्थित सभी जनसमूह को एक रोचक वर्कशॉप के माध्यम से आत्मा के शांत स्वभाव का परिचय कराया और जीवन में सकारात्मकता के संकल्पों को बल दिया।
मुख्य अतिथि की टिप्पणी:
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, श्री रंजन दत्ता (रिटायर्ड IAS) ने ब्रह्माकुमारीज़ के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि यह संस्था समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ का मेडिटेशन विश्वभर में फैलना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
नृत्य नाटिका और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ:
कार्यक्रम में 2025 का स्वागत करते हुए एक नृत्य नाटिका के माध्यम से आशा, उम्मीद, दृढ़ संकल्प और लक्ष्य की महत्व को प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम और नृत्य प्रस्तुतियाँ भी हुईं, जिन्होंने कार्यक्रम में रंग जमा दिया।
कार्यक्रम का समापन श्री पंकज माथुर (भूतपूर्व डायरेक्टर, संयुक्त उपक्रम इंडियन ऑयल) के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।