पालीगंज के उलार्क सूर्य मंदिर में जुटी छठ ब्रतीयो की भीड़ ने दिया अस्तलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य

समाज जागरण संवाददाता:- वेद प्रकाश पालीगंज अनुमंडल

पालीगंज/ रविवार को अनुमंडल क्षेत्र के बिभिन्न जलाशयों व दुल्हिन बाजार प्रखण्ड क्षेत्र के उलार गांव स्थित ऐतिहासिक व प्रसिद्ध उलार्क सूर्य मंदिर परिसर में छठ ब्रतीयो की भीड़ उमड़ पड़ी। इज़ दौरान बिभिन्न जलाशयों व मन्दिर परिसर में स्थित चमत्कारी तालाब में छठ ब्रतीयो ने कड़ी शुरक्षा ब्यवस्था के बीच अस्तलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया।
जानकारी के अनुसार रविवार को अस्तलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए अनुमंडल क्षेत्र के समदा स्थित पुनपुन नदी घाट, महाबलीपुर स्थित सोन नदी घाट, निरखपुर गांव व इमामगंज बाजार स्थित लोआई नदी घाट व मिल्की नहर स्थित घाट पर छठ ब्रतीयो की भीड़ उमड़ पड़ी। वही दुल्हिन बाजार प्रखण्ड के उलार गांव स्थित द्वापरकालीन व विश्व के बारह अर्क स्थलों में तीसरा स्थान रखनेवाला प्रसिद्ध उलार्क सूर्य मंदिर परिसर में रविवार को लाखों श्रद्धालुओ व छठ ब्रतीयो की भीड़ उमड़ पड़ी। जहां सभी ब्रतीयो ने मन्दिर स्थित चमत्कारी तालाब में स्नान कर अस्तलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। उसके बाद ब्रतीयो ने मन्दिर में स्थापित भगवान भाष्कर की प्रतिमा की पूजा अर्चना किया। मौके पर मन्नते पूरी होने के बाद ब्रत करने पहुंचे ब्रतीयो ने नेटुये का नाच भी नचाया। इस दौरान तालाब में अनहोनी घटना से निपटने के लिए बेरिकेटिंग की गई थी। साथ ही तालाब में एसडीआरएफ की टीम मोटरवोट के साथ निगरानी कर रहे थे। वही दुल्हिन बाजार थानाध्यक्ष सोनू कुमार दल बल के साथ भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे रहे। जबकि कंट्रोल रूम में पालीगंज एसडीओ अमनप्रीत सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान मन्दिर के पास से गुजरनेवाली सड़के अस्त ब्यस्त रही। मन्दिर परिसर में चिकित्सको की टीम, पुरुष व महिला सुरक्षाकर्मियों की टीम, अग्निशमन विभाग की टीम सहित सामाजिक कार्यकर्ताओ की टीमें सहित अन्य लोग भी सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। वही समय समय पर मन्दिर परिसर में बने कंट्रोल रूम से आवश्यक निर्देश व सूचनाएं दी जा रही थी। वही प्रखण्ड क्षेत्र के काब, सदावह सहित कई गांवों में स्थित तालाबो में छठ ब्रतीयो इस अस्तलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया।
आसपास के लोगो के अनुसार इस बार चैती छठ पर्व के दौरान अनुमान से अधिक छठ ब्रतीयो की भीड़ जुटी है. गर्मी के मौसम में भी इस वर्ष कार्तिक छठ पर्व के जैसा भीड़ जुटी है।