सुनील बाजपेई
कानपुर। दो द्वारा लगाए गए गलत इंजेक्शन नेयहां की एक भाजपा नेता की जान ले ली। घटना के विरोध में परिजनों ने जमकर बवाल भी किया। मौके पर पुलिस भी पहुंची। वहीं घटना की जांच के भी आदेश दिए गए हैं।
प्राप्त विवरण के मुताबिक आवास विकास निवासी सुनीता शुक्ला (56 साल) भाजपा की वरिष्ठ नेत्री और अंतरराष्ट्रीय महिला महासभा की पदाधिकारी थीं। पैर में दर्द होने पर उन्हें उनकी दोनों बेटियां, तृप्ति और ऋचा उन्हें एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचीं थीं। मौके पर पहुंची पुलिस को बेटी ऋचा ने बताया कि मेरी मां के पैर में मामूली दर्द था, लेकिन अस्पताल संचालक ने उन्हें आई सी यू में भर्ती कर लिया। और देर रात 10:30 बजे कंपाउंडर ने उन्हें एक इंजेक्शन लगाया। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई
बेटियों के मुताबिक जब उन्होंने स्टाफ और अस्पताल के ऑनर से इस बारे में बात की, तो उन्हें धक्का देकर वार्ड से बाहर निकाल दिया। इंजेक्शन के करीब 10 मिनट बाद भाजपा नेत्री सुनीता शुक्ला की तड़प-तड़प कर मौत हो गई।
इस बारे में बेटियों का आरोप है कि पैसे कमाने के चक्कर में अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें आई सी यू में भर्ती किया। यहां कंपाउंडर ने उनको गलत इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। 10 मिनट तक तड़पती रहीं, फिर दम तोड़ दिया।
कल्याणपुर थाना क्षेत्र के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में हुई इस घटना के बारे में बेटियों का कहना है कि अस्पताल ने उन्हें मां की डेडबॉडी को जिंदा बताकर सौंप दिया। जब हमने विरोध किया तो अस्पताल संचालक ने स्टाफ के साथ मिलकर मारपीट और बदसलूकी की। इसके बाद इस घटना के विरोध में हंगामा भी किया गया। मामले की शिकायत बड़े अधिकारियों से भी की गई है, जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए हैं।