वीरेंद्र चौहान, समाज जागरण ब्यूरो किशनगंज।
किशनगंज खगड़ा रेड लाइट एरिया से जान बचा कर भागी नाबालिग युवती। भाग कर खगड़ा पासवान टोला में एक घर में छुपी। स्थानीय लोगों की मदद से बची युवती। लोगों ने फ़ोन कर टाउन थाना पुलिस को दी सूचना। आसाम की रहने वाली 15 वर्षीय पीड़िता नाबालिक युवती ने बताई कि नशे की दवा खिला कर कराया जाता था देह व्यापार। वही पीड़िता युवती ने जानकारी दी कि उसकी छोटी बहन को भी काम का लालच देकर रेड लाइट एरिया में मुन्नी नाम की औरत के यहां लाया गया था जो अब तक लापता हैं।
पीड़िता ने बताया कि उसके असली नाम बदल कर यहां काल्पनिक नाम काजल दिया गया था। उसने बताया कि जब उसे दवाई खाने के लिए कमरे में भेजा गया तो वो मौका देखकर पीछे वाले रास्ते से भागने में सफल रही। उसने कहा कि उसे डरा धमका कर व जान से मारने की धमकी देकर वहां रखा गया था और देह व्यापार के धंधेबाजो द्वारा उसके ना करने पर उसके साथ रोज मारपीट भी कि जाती थी और नशीला दवाइयां खिलाई जा रही थी।
पीड़िता ने पत्रकारों को अपनी आपबीती बताते रोने लगी। पीड़िता ने बताई कि वो असम में भीख मांग कर अपने परिवार का गुजारा करती थी। उसके पिता को कैंसर की बीमारी थी जिसके कारण मां और बीमार पिता को दोनों बहन भीख मांग कर अपने परिवार का भरणपोषण करती थी। वही भीख मांगने के क्रम में उसे एक धूर्त महिला मिली। जिसने उसे फैक्टरी में काम करने का प्रलोभन दिया। धूर्त महिला ने नाबालिग पीड़िता व उसकी बहन को ज्यादा रुपये कमाने का लालच देकर दोनों बहन को किसी फैक्टरी ले जाने के जगह उसे किशनगंज ले आई। किशनगंज लाकर उसे खगड़ा स्थित रेड लाइट एरिया में देह व्यापार धंधेबाज एक मुन्नी नाम की महिला के पास बेच दिया।

पीड़िता ने बताया कि उसके तरह और भी लड़कियां मुन्नी के पास काम करती है। उसने कहा कि मुन्नी रेड लाइट एरिया में सरदार है जो लड़कियों को नशे व अन्य दवाई खिला कर उससे देह व्यापार करवाती हैं। वही पीड़िता को स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया है। जिसे स्थानीय टाउन थाना पुलिस को सूचना देकर सुरक्षित पुलिस के हवाले कर दिया गया है। वही टाउन थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पीड़िता से पूछताछ कर उसे अपने साथ थाना ले गई। वही टाउन थाना पुलिस ने पीड़िता युवती के बयान पर अग्रिम करवाई में जुटी।




