धर्म परिवर्तन कर चुके जनजातियों को ना मिले आरक्षण का लाभ :- एबीवीपी



दैनिक समाज जागरण संवाददाता अभिषेक तिवारी


पाकुड़/अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पाकुड़ नगर इकाई द्वारा डॉक्टर कार्तिक उरांव जी की 98 वां जयंती पर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर जनजातीय कार्य प्रमुख राजा हेंब्रम , जिला संयोजक बम भोला उपाध्याय ,विभाग संयोजक अमित कुमार साहा उपस्थित रहे।
जनजातीय कार्य प्रमुख राजा हेंब्रम ने बाबा कार्तिक उरांव जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि किस प्रकार उन्होंने आदिवासी जनजाति समाज की परंपरा संस्कृति एवं भाषा को बचाने हेतु उन्होंने अथक प्रयास किया। वह स्वयं एक इंजीनियर के रूप में विदेशों से पढ़ाई करके आए। बाद में उन्होंने अपने जीवन में लोहरदगा से सांसद रहे और उन्होंने जीवन भर जनजाति समाज में किस प्रकार की कुरीतियां है, उन्हें दूर करते हुए वे समाज मुख्यधारा से जोड़ा जाए ऐसा उन्होंने प्रयास किया। जिला संयोजक बमभोला उपाध्याय ने कहा कि धर्म परिवर्तन कर चुके जनजातियों के आरक्षण का लाभ न मिले ऐसा प्रयास उन्होंने हमेशा किया हम जनजाति को अपने संस्कृति और सभ्यता के अनुसार आरक्षण का लाभ मिला है अगर वह उस संस्कृति को छोड़ते हैं तो उनको आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए ऐसा बाबा कार्तिक उरांव जी ने हमेशा प्रयास किया है। किस प्रकार अभी जनजाति समाज किसी विधर्मी के द्वारा वरगला -फुसलाकर अपने पूजा पद्धति जनजाति संस्कृति सभ्यता तोड़ने का काम कर रही है इसको बचाने कि आवश्यकता है तथा इस जनजाति समाज को कैसे इस विधर्मियों के चँगुल से छुटकारा मिल सके, इस विकट समस्या को समझने की आवश्यकता है ।
विभाग संयोजक अमित साहा जी ने बाबा कार्तिक उरांव को स्मरण करते हुए कहा कि कार्तिक उरांव की जीवनी हम सभी जनजातियों के लिए एक आदर्श है और जिस प्रकार उन्होंने राजनीतिक जीवन में रहते हुए। जनजातीय के उत्थान के लिए कार्य किया। वह हम सभी के लिए प्रेरणादायक है और जिस प्रकार उन्होंने जनजाति युवाओं को आगे बढ़ने के लिए एवं जनजाति समाज में जिस प्रकार की धर्मांतरण को लेकर जो कुरीतियां है उसे दूर करने का प्रयास किया। हमें भी उनके नक्शे कदम पर चलते हुए उन्हें अपना आदर्श बनाते हुए उनके विचारों को अपने जीवन में उतारना चाहिए।
मौके पर नगर सह मंत्री सत्यम भगत , प्लस टू प्रमुख जीत कुमार दान , दीपक दास आनंद भंडारी सोनू कुमार साहा आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।