रोहित शर्मा ने क्या नंबर-1 की कुर्सी पर लगा दिया दांव? सेमीफाइनल से पहले बड़ी तैयारी, कहीं यह कदम…

टीम इंडिया वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है. रोहित शर्मा की अगुआई में टीम ने अब तक खेले अपने सभी 7 मैच जीते हैं. टीम 8वें मुकाबले में कोलकाता में साउथ अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में उतर रही है. रोहित ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया है. उनके फैसले को काफी कड़ा माना जा रहा है, क्योंकि शाम को ओस के चलते स्पिनर्स को गेंदबाजी के दौरान परेशानी हो सकती है. टीम इंडिया 2 स्पिनर्स के साथ उतर रही है. ऐसे में कप्तान रोहित का फैसला उलटा भी पड़ सकता है. साउथ अफ्रीका की टीम यदि यह मैच जीतने में सफल रही, तो पॉइंट टेबल में टॉप पर पहुंच जाएगी. अभी उसके 7 मैच में 12 अंक हैं.

टॉस जीतने के बाद रोहित शर्मा ने कहा कि पिच अच्छी दिख रही है. लेकिन मैच से अधिक टीम और खुद को चैलेंज देने के बारे में अधिक सोच रहे हैं. 2 टॉप टीमों के बीच अच्छा मुकाबला देखने को मिलेगा. वहीं साउथ अफ्रीका के कप्तान तेंबा बावुमा ने कहा कि हम भी पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे, क्योंकि चेज करते हुए हमारा रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है. मालूम हो कि वर्ल्ड कप 2023 में साउथ अफ्रीका ने अब तक एक ही मुकाबला गंवाया है. नीदरलैंड्स के खिलाफ साउथ अफ्रीका को लक्ष्य का पीछा करते हुए हार मिली थी.

शास्त्री ने भी कहा- चैलेंज लेना चाहिए
टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा कि टीम इंडिया ने अब तक अधिकतर मैच चेज करते हुए जीते हैं. ऐसे में सेमीफाइनल से पहले टीम को इससे उलट फैसला करना चाहिए. यानी वे भी चाह रहे थे कि टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करे. वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल की बात करें, तो मुकाबले मुंबई और कोलकाता में होने हैं. ऐसे में टॉस अहम रहने वाला है. ओस के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी आसान नहीं रहने वाली. टीम इंडिया इसी स्ट्रेटजी के तहत पहले बल्लेबाजी कर रही है, ताकि गेंदबाजों को ओस के दौरान गेंद फेंकने के लिए तैयार किया जा सका है.

शास्त्री ने भी कहा- चैलेंज लेना चाहिए
टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा कि टीम इंडिया ने अब तक अधिकतर मैच चेज करते हुए जीते हैं. ऐसे में सेमीफाइनल से पहले टीम को इससे उलट फैसला करना चाहिए. यानी वे भी चाह रहे थे कि टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करे. वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल की बात करें, तो मुकाबले मुंबई और कोलकाता में होने हैं. ऐसे में टॉस अहम रहने वाला है. ओस के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी आसान नहीं रहने वाली. टीम इंडिया इसी स्ट्रेटजी के तहत पहले बल्लेबाजी कर रही है, ताकि गेंदबाजों को ओस के दौरान गेंद फेंकने के लिए तैयार किया जा सका है.