राहुल कुमार गुप्ता संवाददाता विष्णुगढ़ दैनिक समाज जागरण।
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए झामुमो जिला मीडिया प्रभारी महताब हुसैन ने कहा कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भी झारखंड को निराशा हाथ लगी है. पूरे देश को 40% खनिज प्रदान करने वाले राज्य के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं मिला है. प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी केंद्र सरकार ने राज्य की उपेक्षा की है. राज्य में 26% आदिवासी के उत्थान के लिए सरकार ने इस बजट में किसी तरह का कोई प्रावधान नहीं किया है. राज्य का बकाया 1.36 लाख करोड़ का भी इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है. बुनियादी ढांचा विकाश एवं रोजगार के कुछ भी प्रावधान नहीं किया है. दो करोड़ रोजगार का वाद कर सत्ता में आने वाली सरकार ने युवाओं को भी निराशा किया है. इस बजट में सरकार ने आमलोगों को आंकड़े में उलझकर रख दिए हैं.
एक ओर 12 लाख तक की आय में टैक्स में छूट की बात कही गई है वहीं दूसरी ओर सरकार ने 8वें पेकमीशन को भी मंजूरी दे दी है अर्थात वो सभी लोग अगले साल से टैक्स के दायरे में आजाएंगे. अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का कोई भी उपाय इस बजट में नहीं है,डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार गिर रहा है जो कमजोर अर्थव्यवस्था को दर्शाता है. महंगाई लगातार बढ़ रही है जिससे आम लोग परेशान है महंगाई को कम करने के लिए भी इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया.शिक्षा, परिवहन,दूरसंचार,ग्रामीण विकाश के बजट को भी कम किया गया है जिसका अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. गांव एवं गरीबों से जुड़ी मनरेगा के लिए कोई भी विशेष प्रावधान नहीं किया गया है. इस बजट के माध्यम से सरकार समाजवादी अर्थव्यवस्था को पूंजीवाद अर्थव्यवस्था में बदलने की ओर कदम बढ़ा रही है.