सोनबरसा राज ।
महराजा हरिबल्लभ मेमोरियल कॉलेज, सोनबरसा राज में आज एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानाचार्य डॉ. उपेंद्र पंडित ने डॉ. सतीश कुमार दास को भारतीय संविधान के मैथिली अनुवाद में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया। डॉ. सतीश कुमार दास, जो कि अंग्रेजी विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं, ने इस ऐतिहासिक कार्य में अहम भूमिका निभाई है।
संविधान के मैथिली संस्करण का हाल ही में भारत सरकार द्वारा प्रकाशन किया गया है, जो पूरे मिथिलांचल के लिए एक गर्व की बात है। इस संस्करण का लोकार्पण माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने किया था, जिससे सम्पूर्ण मिथिला क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। अब मिथिला वासी अपनी मातृभाषा मैथिली में देश के संविधान को पढ़ सकेंगे, जो उनके लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
भारत सरकार को मिथिलावासियों का धन्यवाद
डॉ. सतीश कुमार दास ने इस अवसर पर कहा कि यह उपलब्धि केवल मिथिलावासियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने भारत सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह संविधान का मैथिली अनुवाद मिथिला क्षेत्र के लिए गर्व की बात है और इसके लिए समर्पित सभी लोगों का योगदान उल्लेखनीय है।
उन्होंने आगे कहा, “इस अनुवाद कार्य में भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के 15 प्राध्यापकगण भी शामिल थे, जो इस महान कार्य का हिस्सा बने। इस अनुवाद से न केवल मिथिलावासियों की भाषा को सम्मान मिला है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और विविधता का भी प्रतीक है।”
महाविद्यालय परिवार का योगदान
इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. नानटुन पासवान, श्री प्रदीप कुमार राय, श्री संजीव कुमार, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. कौशल, पुरुषोत्तम कुमार, श्री रंजन सिंह और श्री राजन सिंह शामिल थे। सभी ने इस ऐतिहासिक क्षण का जश्न मनाया और डॉ. सतीश कुमार दास के इस योगदान को सराहा।
यह कार्यक्रम महाविद्यालय के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह न केवल मैथिली भाषा के संरक्षण में एक कदम है, बल्कि समग्र समाज और राष्ट्र के लिए एक अनमोल धरोहर भी है।