दैनिक समाज जागरण कामाख्या नारायण मिश्र वरीय संवाददाता धनबाद (झारखंड) 23 सितंबर 2023
भारत सरकार द्वारा पदम् विभूषण से सम्मानित प्रसिद्ध साहित्यकार रामधारी सिंह दिनकर का जन्म 23 सितंबर, 1908 को बिहार में हुआ था ।
दो में से क्या तुम्हे चाहिए कलम या कि तलवार, मन में ऊंचे भाव कि तन में शक्ति विजय अपार। हिंदी साहित्य का वह सशक्त हस्ताक्षर जिनकी कलम में दिनकर यानी सूर्य के समान चमक थी।उनकी कविताएं सिर्फ उनके समय का सूरज नहीं है बल्कि उसकी रौशनी से पीढियां प्रकाशमान होती है ।।
उन्हें ओजस्वी राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कवि के रूप में जाना जाता है। वे स्वतंत्रता पूर्व एक विद्रोही कवि और स्वतंत्रता के उपरान्त राष्ट्रकवि के नाम से जाने गए।
उन्होंने बिहार सरकार की सेवा में सब-रजिस्ट्रार और प्रचार विभाग के उपनिदेशक पदों पर कार्य किया। उन्हें भारत सरकार द्वारा ‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित किया गया। उनकी पुस्तक ‘संस्कृति के चार अध्याय’ के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार तथा ‘उर्वशी’ के लिए ‘भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार’ प्रदान किया गया। महाभारत पर आधारित उनके काव्यग्रंथ ‘कुरुक्षेत्र’ को विश्व के 100 सर्वश्रेष्ठ काव्यों में 74वाँ स्थान दिया गया। उन्हें अनेक भाषाओं का ज्ञान था।
24 अप्रैल, 1974 को उनका निधन हो गया।
ऐसे वीर रस के महान राष्ट्रकवि श्री रामधारी सिंह दिनकर जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन् एवं श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं ।।