देशी जुगाड़ से फसलों को माहो, एवं पाले से किसान बचाकर लाभ कमाएं।

समाज जागरण अनिल कुमार

हरहुआ वाराणसी। देशी जुगाड़ लगाकर किसान माहो कीट एवं पाले से फसल को बचा सकते है। धुंआ, सिचाई, करके पाले से फसल को बचाया जा सकता है।
उक्त बातें हरहुआ विकास खण्ड के ग्राम पंचायत गहनी स्थित संत रविदास मंदिर परिसर में कृषि विभाग की ओर से आयोजित कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम अंतर्गत खंड स्तरीय निवेश गोष्ठी में किसानों को संबोधित करते हुए डॉ0 राहुल सिंह कृषि विज्ञान केंद्र कल्लीपुर ने कही।
उन्होंने कहा कि पाले से बचाने के लिये सल्फर, म्यूरेट आफ पोटास, यूरिया आदि का छिडकाव कर सकते है। माहो से फसल को बचाने के लिए दवाओ के अलावा पीले डिब्बे में ग्रीस लगाकर रखने से कीट चिपक कर मर जाएंगे।
डॉ मनीष पांडेय ने कद्दू वर्गीय फसलों को पाले से बचाने के उपाय बताए । राहुल कुमार सिंह प्रभारी नमामि गंगे परियोजना ने जीवामृत,बीजामृत,जैविक खाद की जानकारी देते हुए बताया कि जीवामृत का प्रयोग करने से मिट्टी में जीवांश कार्बन की मात्रा बढ़ जाती है जिससे फसलों की गुणवत्ता बढ़ती है।
पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 आशीष वर्मा ने नन्द बाबा दुग्ध मिशन अंतर्गत कृत्रिम गर्भाधान व गाय में 95% बछिया पैदा होने से सम्बंधित जानकारी दी।
विधायक प्रतिनिधि गौरव सिंह व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
ग्राम प्रधान शशिकला देवी ने खण्ड स्तरीय कृषि निवेश मेला ,कृषक गोष्ठी में शामिल अतिथियों व किसानो का स्वागत किया।
प्राविधिक सहायक के0 के0 मौर्य धनंजय भारती, मनीष सिंह,अखिलेश सिंह,किसान राधा कृष्ण पांडेय,त्रिलोचन पटेल, मंगला ,हरिश्चंद्र,शिवमूरत ,सुरेंद्र,बलीचरन व रामसकल सहित 300 किसान उपस्थित रहे। सहायक विकास अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने धन्यवाद व आभार ज्ञापित किया।
संचालन प्रभारी बीज गोदाम ,प्राविधिक सहायक बच्चू लाल ने किया।