विद्युत आपूर्ति विभाग के मनमानी का मामला गूंजेगा विधानसभा में पूर्व मंत्री सह बिश्रामपुर विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी उठायेंगे मामला

गांधी विचार मंच के अध्यक्ष ने इस संबंध में विधायक को सौंपा है ज्ञापन

समाज जागरण, कौशल किशोर प्रखंड़ संवाददात्ता, विश्रामपुर

पलामू (झारखंड) 28 फरवरी 2023 :- गांधी विचार मंच के अध्यक्ष रवींद्र नाथ उपाध्याय ने विद्युत आपूर्ति विभाग पर कई गंभीर आरोप लगाया है.उनका आरोप है कि बिजली विभाग बिश्रामपुर प्रखंड,विश्रामपुर नगर परिषद सहित पांडू,नावा बाजार व उंटारी रोड प्रखंड के सभी गांव में मनमानी कर रहा है.विभाग द्वारा ग्रामीणों का भयादोहन किया जा रहा है.जिससे आम लोगों में विभाग के प्रति काफी आक्रोश है.इस संबंध में श्री उपाध्याय ने पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी को एक ज्ञापन भी सौंपा है.ज्ञापन में रवींद्र नाथ उपाध्याय ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पहले राजीव गांधी विद्युतीकरण के तहत बीपीएल धारी लोगों को फ्री बिजली की आपूर्ति की जा रही थी.समान्य गरीब लोगों को 27 रूपये मात्र बिल पर बिजली की आपूर्ति की जाती थी.उस वक्त विभाग के द्वारा फ्री कनेक्शन देने के नाम पर एक-एक घर से दो से तीन आधार कार्ड लेकर एक ही घर में दो से तीन कनेक्शन कर दिया गया.अब वर्तमान समय में एक एक कनेक्शन पर दस हजार से बीस हजार तक बिल भेज कर पैसे वसूल किया जा रहा है.जबकि ग्रामीणों द्वारा एक से ज्यादा हो गए कनेक्शन काटने का आवेदन विभाग को कई बार दिया गया.बावजूद विभाग ने कोई अग्रतर कार्रवाई नही की.जिसके कारण बीस से तीस हजार रूपए का बिल कई ग्रामीणों के नाम से आ रहा है.बिल नहीं चुकाने पर ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज करते हुए बेहिसाब जुर्माना वसूला जा रहा है.श्री उपाध्याय का यह भी आरोप है कि विभाग छापेमारी के दौरान ग्रामीणों से अवैध वसूली भी कर रहा है.इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र के तार पोल व ट्रांसफार्मर बदलने के नाम पर भी भारी रिश्वत लिया जाता है. रवींद्र नाथ उपाध्याय ने विधायक श्री चंद्रवंशी से आग्रह किया की बिजली विभाग द्वारा हुई त्रुटि को दूर कराते हुए उनकी मनमानी पर तत्काल रोक लगाई जाए.विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने श्री उपाध्याय को आश्वस्त किया कि इस मामले को विधानसभा के इसी सत्र में जोर शोर से उठाएंगे.सरकार को स्थानीय विद्युत आपूर्ति विभाग पर कार्रवाई करने पर विवश कर देंगे.किसी भी परिस्थिति में ग्रामीणों को न्याय दिलवाकर रहेंगे.