हर घर में तिरंगा लहरवाना सबकी महती जिम्मेदारी: शशिकांत ओझा

*”आज़ादी का अमृत महोत्सव” : एक विहंगम दृष्टि*
*हर घर में तिरंगा लहरवाना सबकी महती जिम्मेदारी
*सभी का हो सकंल्प, देश भर में लहराए प्यारा तिरंगा

आने वाले 15 अगस्त 2022 को भारतवासी, स्वतंत्रता प्राप्ति की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं। यह पूरे देश के लिए गर्व एवं गौरव की बात है। हमारे प्रधानमंत्री ने इसकी महत्ता को पहले ही भांप लिया था। फलस्वरूप, उनकी सरकार ने इस महान अवसर के बहाने देशवासियों को एकजुट करने, उन्हें अपनी समृद्ध सांस्कृतिक-विरासत का पुनरावलोकन करने, राष्ट्र के प्रति प्रेम को सुदृढ़ करने तथा ‘वोकल फार लोकल’ के सिद्धांत पर चलते हुए उन्हें आत्म-निर्भर बनाने का संकल्प लिया है ।
आज भारत की कुल आबादी में 18 से 35 वर्ष के युवाओं की संख्या सर्वाधिक है। अपार ऊर्जा व प्रतिभा से सम्पन्न ये युवा प्रायः लम्बे समय तक चलने वाले स्वतंत्रता-संग्राम तथा लोकतंत्र के महत्व के बारे ठीक से नहीं जानते। वे तमाम दुराग्रहों के शिकार होकर कई विचारधाराओं में बंटे हुए भी हैं । यह महोत्सव उन्हें एकजुट करके, न केवल उन्हें अपने इतिहास से परिचित करायेगा बल्कि आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए सक्षम भी बनायेगा ।
इस महोत्सव को मनाने का श्रीगणेश साबरमती आश्रम से, ‘नमक सत्याग्रह’ की वर्षगांठ के दिन , अर्थात् गत 12 मार्च, 2021 को प्रधानमंत्री के कर-कमलों से हुआ था। आगामी 15अगस्त 2022 को यह महोत्सव अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंचेगा।
कहने के लिए तो यह भारत की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, सरकार द्वारा आयोजित विविध कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है। किन्तु हमारे भविष्य-द्रष्टा प्रधानमंत्री ने जनभागीदारी से जोड़कर इसे एक जन-उत्सव का रुप दे दिया है। यह सर्वथा उचित भी है क्योंकि ऐसी चीज़ों का सरोकार केवल सत्ताधारी दल से ही नहीं अपितु समस्त देशवासियों से होता है। इसलिए प्रत्येक देशभक्त भारतीय का यह कर्तव्य है कि वह किसी भी किस्म की संकीर्णता को दरकिनार करते हुए, तन-मन-धन से इसमें सहभागिता करे और भारत को एक सुखी, सक्षम, समदर्शी एवं सुरक्षित राष्ट्र बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान देवे। 15 अगस्त को देश के सभी घरों में तिरंगा फहराया जाए यह हम सब की महती जिम्मेदारी है और हमें इसे मनोयोग से निभाना है।

शशिकांत ओझा, ब्यूरो चीफ
दैनिक समाज जागरण, बलिया