दैनिक समाज जागरण 01.10.2024(ब्यूरो चीफ) चांद कुमार लायेक पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर
सरयू राय जी ने कहा हमारे क्षेत्र की लंबित योजनाएं संलग्न हैं। ये योजनाएं स्वीकृत हो गई हैं। इनकी निविदा भी निष्पादित हो गई हैं। कई योजनाओं के चयनित संवेदकों से एकरारनामा भी हो चुका है, फिर भी योजनाओं पर काम शुरु नहीं हुआ है। इन योजनाओं में नागरिक सुविधा से कुल 75 योजनाएं हैं जिसकी धनराशि 13 करोड़ 93 लाख 45 हजार 250 रुपये हैं। 15वें वित्त आयोग की महत्वपूर्ण 12 योजनाओं की धनराशि 12 करोड़ 96 लाख 72 हजार 973 रुपये है। वित्तीय वर्ष 2022-23 की तीन स्वीकृत योजनाओं की धनराशि 73 लाख 27 हजार 593 रुपये है। इस प्रकार कुल 27 करोड़ 63 लाख 45 हजार 816 रुपये की योजनाएं अभी तक लंबित हैं। ऐसी योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं होने का एकमात्र कारण सरकारी विभागों की लापरवाही और उनकी कार्यक्षमता में कमी है।
कुल मिला कर सरकारी तंत्र की कार्य संस्कृति ऐसी है कि हमारे क्षेत्र की योजनाएं बड़ी संख्या में लंबित हैं। इसका कुप्रभाव जनहित पर पड़ रहा है।
इन योजनाओं पर चुनाव आचार संहिता का कोई असर नहीं होगा क्योंकि ये नई योजनाएं नहीं हैं। इसलिए इनका कार्य आचार संहिता की घोषणा के बाद भी हो सकता है।
इसी तरह टाटा स्टील यूआईएसएल भी अपने क्षेत्र में योजनाओं के क्रियान्वयन में कोताही बरत रही है। जिन योजनाओं पर काम चल भी रहा है, उनकी गति काफी श्रीनी है। टाटा सीज क्षेत्र में सड़क, नाली, बड़े नाले, सीवरेज विज अमेकः योजनाएं ऐसी हैं, जिसमें काम करने में रुचि प्रतीत नहीं हो रही है। उपर्युक्त योजनाओं की तरफ आपका ध्यान आकृष्ट करने के लिए बड़ी स हमारे क्षेत्र के महिला-पुरुष आज धरना पर बैठे हैं। उम्मीद है कि आप इसरान लेंगे और संबित योजनाओं का शीघ्रातिशी क्रियान्वयन कराएंगे।
ऐसी योजनाओं का क्रियानयन हो इसके लिए जिला प्रशासनासकर दादित्य है। ऐसी करीब 40 पोजनाओं की संलग्न है। इन योजनाओं क्रियान्वयन पर भी चुनाव आचारसंहिताका असर नहीं पड़ेगा क्योंकि नि की योजनाएं हैं।
अत अनुरोध है कि आप जेएस और टाटा स्टील आईएसएल की एक बैठक बुलाए और इन योजनाओं योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराएं। का कारण करे तारी