ताबड़तोड़ छापेमारी से झोलाछाप डॉक्टरों एवं अवैध मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप

25 अस्पताल संचालकों के विरुद्ध जारी की गई नोटिस

कई दुकानों के डाउन कराए गए शटर, पुनः खोलने पर कराई जाएगी एफआईआर

अयोध्या।
स्वास्थ्य महकमें द्वारा शुक्रवार को तथाकथित झोलाछापों के विरुद्ध छापामार अभियान चलाया गया। यह अभियान मवई ब्लॉक मुख्यालय से मवई चौराहे के बीच चलाया गया। अचानक हुई छापेमारी में कई अस्पताल बंद कराए गए तो वहीं 25 अवैध चिकित्सालय संचालकों को स्वास्थ्य महकमे द्वारा नोटिस थमाई गई। टीम ने बंद कराए गए अस्पतालों के संचालकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि यदि वह दोबारा बगैर लाइसेंस के अस्पताल खोलते हैं तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
      बताते चलें शासन के निर्देश पर झोलाछाप तथाकथित चिकित्सकों के विरुद्ध छापेमारी की कार्रवाई चल रही है।जिसके मद्देनजर शुक्रवार को मवई सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर प्रमोद कुमार गुप्ता ने अपने दलबल के साथ मवई ब्लॉक मुख्यालय से लेकर मवई चौराहे तक चल रहे अस्पतालों पर छापेमारी की।चकपुरवा में स्थित डीडी लखनऊ अस्पताल पर पहुंची।टीम ने अस्पताल संबंधी कागजात मांगे।कोई कागजात न दिखाने पर चिकित्सा अधीक्षक ने तत्काल अस्पताल में ताला बंदी की कार्यवाही कराते हुए दोबारा हास्पिटल न खोलने की चेतावनी दी।इसके बाद टीम ने यहां से थोड़ी दूर स्थित गुमटी में चला रहे फर्जी अस्पताल को बंद कराकर नोटिश थमाई।मांजनपुर समीप राशिद पाली क्लीनिक पहुंची टीम ने होम्योपैथ के साथ अग्रेंजी दवा देते पकड़ा।यहां भी नोटिस देते दी। इसके बाद रुद्रांश हास्पिटल में ताला बंदी की कार्यवाही कराई।सीएचसी अधीक्षक डा0 पीके गुप्त ने बताया कि मवई ब्लॉक क्षेत्र में सर्वे के दौरान 90 अवैध हास्पिटल चिन्हित किए गए। जिनमें से अब तक 31 हॉस्पिटलों पर छापेमारी की गई। जिनमें से नौ अवैध अस्पताल में तालाबंदी कराई गई। 25 झोलाछाप को नोटिस दी गई है। इन्होंने बताया कि आगे भी अभियान जारी रहेगा। मवई क्षेत्र को झोलाछाप से मुक्त कराया जाएगा।