खेल-खेल में साधना की प्रक्रिया सिखाया*

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दैनिक समाज जागरण
ब्यूरो:- रिपोर्ट
बांका:-एस के पी विद्या विहार राजपुर स्थित पल्स टू आवासीय में शुक्रवार 9 दिसंबर को ऋषि प्रधान देश भारत में खेल-कूद के माध्यम से साधना की प्रक्रिया सिखाई गई। इस मौके पर विद्यालय के प्रबंध समिति के सदस्य ने बताया कि छात्र छात्राओं को पौराणिक पारंपारिक खेल के माध्यम से लागातार एक सांस में आवाज निकालते हुए कबड्डी – कबड्डी बोलते हुए खेलों में आनंद लेते हुए विशेष साधना करते हैं। इसमें फिर मौन व्रत को ध्यान में रखते हुए गुम-गाम होकर खेल में हिस्सा लिया जाता है। जीव विज्ञान शिक्षक सह जिला पर्यावरण विशेषज्ञ व भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी बांका जिला ईकाई प्रबंध कमेटी सदस्य प्रवीण कुमार प्रणव ने बताया कि हमारे देश में खेलों को शिक्षा, साधना, तपस्या ,इत्यादि से जोड़कर बनाया गया था। जिसमें छात्र खुद गणित , विज्ञान, चिकित्सा,समाज सहित अन्य विषयों से अवगत हो जाते थे। स्वत: छात्र अंक गणित सीख लेते थे। जिसमें रूचि सभी छात्रों के अंतर्मन में जागृत होती थी। वर्तमान समय में भी शिक्षा विभाग के माध्यम से इसको सप्ताह में एक दिन पूर्ण रूप से पौराणिक पारंपारिक खेल को आगे बढ़ाकर महत्वपूर्ण कृतिमान अनमोल धरोहर को संजोकर रखने की जरूरत है। सभी छात्र खेल में हिस्सा लेकर चिंतामुक्त आनंदित सुखमय महसूस कर रहे हैं। इसके ज्ञान को बढ़ाने के लिए ऐसे खेलों को बढ़ावा देकर तथा स्वास्थ्य वर्धक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए जागरूक करने की जरूरत है।