समाज जागरण संवाददाता लखनऊ
लखनऊ , निगोहा थाना क्षेत्र के मस्तीपुर गांव में मंगलवार की शाम उस समय कोहराम मच गया जब कक्षा 7 में पढ़ने वाले 12 वर्षीय छात्र अंश ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मासूम की मौत की खबर से गांव में सनसनी फैल गई। लोगों को यह जानकर और भी झटका लगा कि अंश के पिता महेश ने भी करीब ढाई साल पहले फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी। अब पिता के बाद बेटे की मौत से पूरा परिवार बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है।जानकारी के अनुसार, अंश मालती नारायण इंटर कॉलेज, मदाखेड़ा में कक्षा 7 का छात्र था।

उसकी मां पूनम सुबह रोज की तरह घर पर खाना बनाकर पीजीआई क्षेत्र में चौका-बर्तन का काम करने चली गई थीं। शाम को जब वह वापस लौटीं तो देखा कि घर का दरवाजा अंदर से बंद है। काफी देर तक आवाज लगाने के बाद भी कोई जवाब न मिलने पर उन्होंने आसपास के लोगों को बुलाया। ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर का नजारा देखकर सबके पैरों तले जमीन खिसक गई — अंश कमरे के अंदर फंदे पर झूल रहा था।मां पूनम अपने बेटे को इस हालत में देखकर बेहोश होकर गिर पड़ीं। सूचना पाकर मौके पर थाना प्रभारी अनुज तिवारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।थाना प्रभारी अनुज कुमार तिवारी ने बताया कि मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मां और पड़ोसियों से पूछताछ में भी अभी आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। घटना की गहनता से जांच की जा रही है।घटनास्थल पर मौजूद अंश का छोटा भाई 8 वर्षीय आदर्श बोला कि उसने दोपहर में दो बार दरवाजा खटखटाया और भइया अंश को आवाज भी लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उसे लगा भइया सो रहे होंगे, इसलिए वह खेलने चला गया।गांववालों के अनुसार, पिता की मौत के बाद से परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी। मां पूनम अकेले ही घर चलाने के लिए मेहनत-मजदूरी करती थीं। अंश पढ़ाई में अच्छा और शांत स्वभाव का लड़का था। उसकी अचानक मौत ने सबको गहरे सदमे में डाल दिया है।घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने कहा कि पिता-पुत्र दोनों की ऐसी मौत ने पूरे गांव को झकझोर दिया है। हर किसी की जुबान पर सिर्फ यही सवाल है कि आखिर मासूम ने ऐसा कदम क्यों उठाया।।।।




