मां का आंचल हुआ दागदार, दादी ने कहा 3 माह पहले हुई थी हत्या ।



मारुति नंदन के शव को गड्ढें से निकालने के 15 घंटे बाद हुआ पोस्टमार्टम, क्योकि केवल हड्डियां बचे थे,जिसका जिला में पोस्टमार्टम संभव नहीं था।

दैनिक समाज जागरण ,सत्य प्रकाश नारायण, जिला संवाददात्ता / धनंजय कुमार, विधि संवाददात्ता ,औरंगाबाद (बिहार)

औरंगाबाद (बिहार) 6 दिसंबर 2022 :- मारुति नंदन के शव का 15 घंटे बाद पोस्टमार्टम हुआ,क्योंकि शव में केवल हड्डी बचा हुआ था जिसका पोस्टमार्टम यहाँ होना संभव नहीं था । शव के पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया।
सदर अस्पताल औरंगाबाद के उपाधीक्षक डॉ सुनील कुमार ने बताया कि कब्र से जो शव निकाला जाता है उसका फॉरेंसिक जांच के बाद पोस्टमार्टम होता है। यहां फॉरेंसिक जांच की व्यवस्था नहीं है , जिसके कारण इसे बाहर भेजा गया। माया बीघा गांव निवासी कली युगिया मां के द्वारा 14 वर्षीय बेटे मारुति नंदन का हत्या कर शव को अपने आज हिंदी अमित मकान की आंगन में दफना देने का मामला चर्चा में है। मारुति नंदन का पोस्टमार्टम कराने में परिवार के लोगों को काफी परेशानियां हुई और पोस्टमार्टम को लेकर गया औरंगाबाद करते रहे । करीब 15 घंटे बाद पोस्टमार्टम मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कराया गया।
शिवगंज निवासी एक कली युगिया मां ने अपने बेटे की हत्या करने के बाद घर से करीब 500 मीटर दूर माया बीघा गांव में आपने ही अर्द्ध निर्मित मकान की चारदीवारी में शव को दफना दिया था ।सूचना पर पुलिस ने शव को गड्ढे से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया है।
यहां चिकित्सकों ने फॉरेंसिक जांच की सुविधा नहीं होने का हवाला देते हुए इसे मगध मेडिकल कॉलेज गया के लिए रेफर कर दिया और तर्क दिया गया कि पूरी तरह शव सड़ गया है , केवल हड्डी बचने के कारण शव के पोस्टमार्टम की व्यवस्था नहीं है । मदनपुर थाने की पुलिस ने अनुमति के लिए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी औरंगाबाद को पोस्टमार्टम का आवेदन देकर आदेश लिया था । ग्रामीणों के अनुसार इस घटना से मां का आंचल दागदार हुआ है एक मां ने क्रूरता की हदें पार कर ऐसी घटना को अंजाम दिया , इसकी पूरी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है । जांच के बिंदु पर पुलिस अनुसंधान कर रही है। बच्चे की दादी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि पुतोहू का किसी से प्रेम प्रसंग चल रहा था । अपना रास्ता साफ करने के लिए आपने ही 14 वर्षीय बेटे की हत्या कर दी। ग्रामीण भी इस घटना को प्रेम प्रसंग की बात बता रहे हैं । महिला का स्वजनों से अच्छा व्यवहार नहीं रहा है ,काफी दिनों से अलग डेरा लेकर शिवगंज में रहती है। वहां रसोई गैस बेचती है और क्रोकरी का बर्तन किराए पर चलाती है । गड्ढा खोदने वाले मजदूर ने बताया की शौचालय की टंकी बनाने के नाम पर गड्ढा खुदाया गया था मजदूर कुछ निजी काम से देव मोड़ पर चल आया था वहां से लौटने के बाद उसने देखा कि महिला के द्वारा गड्ढा को भर दिया गया है तभी उसे शक हो गया था कि मामला कुछ गड़बड़ जरूर है तो इसकी सूचना महिला को देवर को दे दिया इसके बाद महिला के देवर ने इसकी सूचना मदनपुर पुलिस को दिया इसके उपरांत पुलिस ने दफनाया गया शव को निकाला। महिला ने बताया की गड्ढा गलत जगह खुद गए थे। उसने मदनपुर थाना को खबर किया, हालांकि महिला पुलिस के समक्ष अपने बेटे की हत्या करने से इंकार कर रही है। पुलिस को बता रही है कि बेटे ने आत्महत्या कर लिया है ग्रामीण जाने नहीं ,इसलिए वह मजदूर को बुलाकर गड्ढा खोदकर बेटे के शव को दफना दिया, यह भी एक जांच का विषय है।