मछली मारने गए युवक आया करंट की चपेट में हुई मौत,,,,परिजन स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए जहां डॉक्टर नहीं होने की वजह से किया हॉस्पिटल परिसर में तोड़फोड़ किया चक्का जाम



समाज जागरण संवाददाता विवेक देशमुख

मस्तूरी। थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पाली इटवा के कन्हैया लाल केवट पिता बहोरिक लाल उम्र 32 वर्ष पेसे से मछली मारने का कार्य करता है। मंगलवार की सुबह गांव में ही स्थित अरपा नदी में मछली मारने के लिए सुबह 9:00 बजे घर से अपने पिताजी के साथ निकला था। तकरीबन 1:00 बजे के आसपास बिजली की करेंट से मछली मारते वक्त बिजली की करंट के संपर्क में आने से उसकी मौत हो गई। आधे घंटे बाद जब उसके पिता उसके नजदीक में आकर देखा तो मृत पड़ा हुआ था। जिसे आसपास के ग्रामीणों की मदद से तत्काल मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। लेकिन मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र में कोई डॉक्टरों की उपस्थिति नहीं होने की वजह से और तकरीबन 1 घंटे से डॉक्टरों के इंतजार करने के बाद गुस्साए परिजनों ने हॉस्पिटल परिसर में तोड़फोड़ करते हुए, मुख्य मार्ग पर चक्का जाम करने की कोशिश किया गया। जहां तत्काल मस्तूरी पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश देने के बाद परिजन शांत हुए। 3:00 बजे के आसपास मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर पहुंचे और पीएम के लिए भेजा गया।

मौके पर उपस्थित केवट समाज के ब्लॉक अध्यक्ष जगतराम केवट ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया जगत राम केवट के बताए अनुसार डेड बॉडी को लेकर वे घंटों हॉस्पिटल परिसर में इंतजार करते रहे पर डॉक्टर नहीं होने की वजह से काफी सारी परेशानियां हुई।

मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉ नंदराज कंवर इस मामले में जानकारी दिया कि युवक की पहले से ही करंट की संपर्क में आने से मौत हो गई थी, इसमें डॉक्टरों की कोई लापरवाही नहीं है। जिस समय परिजन डेड बॉडी लेकर आए उस समय हॉस्पिटल में डॉक्टर मनीषा नायक की ड्यूटी थी जो हॉस्पिटल परिसर में उपस्थित नहीं थे जिन पर विभागीय शिकायत की गई है।

मस्तूरी थाने में पदस्थ प्रशिक्षु डीएसपी नूपुर उपाध्याय ने बताया कि मृतक की मौत करंट के संपर्क में आने से हुई है डॉक्टर की उपस्थिति हॉस्पिटल परिसर में नहीं होने की वजह से परीजनों ने हॉस्पिटल परिसर में तोड़फोड़ और चक्का जाम करने की कोशिश की है जिसे पुलिस द्वारा समझाइश देकर मामला को शांत कराया गया पुलिस मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई कर रही है।