*अधिवेशन का उद्देश्य हिंदी भाषा को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित करना रहा-डा सुधा राणा*
मलेशिया, मंगलवार, 10 जून 2025 भारतीय संस्कृति सम्बन्ध परिषद ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस हाल (ICCR) कुआला लम्पुर में भाषा सहोदरी हिंदी (भारत पंजीकृत न्यास) द्वारा 12 वांँ अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी अधिवेशन 2 जून से 10 जून 2025 तक मलेशिया एवं सिंगापुर के भारतीय हाई कमीशन एवं ICCR के संयुक्त तत्वाधान में सम्पन्न हुआ।वैदिक योग समिति वसुंधरा गाजियाबाद (पंजीकृत) की अध्यक्षा डा. सुधा राणा एवं संयुक्त सचिव डा. साधना तोमर ने 2 से 10 जून 2025 तक भाषा सहोदरी हिंदी द्वारा आयोजित 12 वें अंतर्राष्ट्रीय अधिवेशन में गरिमामयी सहभागिता की।
यह अधिवेशन भारतीय उच्चायोग, मलेशिया एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारतीय सांस्कृतिक केंद्र, कुआला लम्पुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया,जिसका उद्देश्य हिंदी भाषा को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित करना तथा उसके प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना रहा।
अधिवेशन के प्रथम दिवस पर डा. सुधा राणा ने “विश्व पटल पर हिंदी” पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया और कार्यक्रम संचालन में भी सहयोग किया।प्रो. साधना तोमर ने सत्र की अध्यक्षता की एवं अपना शोध पत्र “वैश्विक स्तर पर वर्तमान में हिन्दी की स्थिति” प्रस्तुत किया।द्वितीय दिवस पर आयोजित काव्य पाठ सत्र में डा. सुधा राणा ने “मानव जन्म मिला है हमको, हँसकर हमें बिताना है” कविता प्रस्तुत की।डा. साधना तोमर ने गीत “युग भी जिसको गाता जाये,आओ ऐसा गीत लिखे हम” का ओजस्वी वाणी में सस्वर पाठ किया जिसे प्रतिभागियों द्वारा विशेष सराहना प्राप्त हुईं।
इस अन्तर्राष्ट्रीय अधिवेशन में लगभग 70 प्रतिभागियों द्वारा शोध पत्रों की प्रस्तुति और काव्य पाठ किया गया।दुबई सहित भारत के उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा,कर्नाटक,दिल्ली, बिहार,बंगाल आदि राज्यों के प्रतिभागियों द्वारा सहभागिता दर्ज की गई।
समापन सत्र में भारतीय उच्चायुक्त, मलेशिया श्री ई. आर. रेड्डी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक केंद्र द्वारा हिंदी के उत्थान हेतु किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हिंदी की भूमिका एवं वैश्विक स्तर पर उसकी आवश्यकता पर विचार रखे।
