राष्ट्रीय लोक अदालत में हुआ 144306 वादों का निस्तारण

दैनिक समाज जागरण
विश्व नाथ त्रिपाठी
प्रतापगढ़। जनपद न्यायालय परिसर प्रतापगढ़ में राष्ट्रीय लोक अदालत व राष्ट्रीय हिन्दी दिवस का उदघाटन माननीय जनपद न्यायाधीश अध्यक्ष/जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अब्दुल शाहिद द्वारा मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रशासनिक न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद माननीय नीरज तिवारी जी ने वर्षो से अलग रह रहें दम्पतियों की एक साथ बिदायी करायी गई तथा उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। माननीय न्यायमूर्ति द्वारा सभी न्यायिक अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अधिक से अधिक संख्या में आपसी सुलह समझौते से मुकदमों का निस्तारण लोक अदालत में करें, जिससे अधिक से अधिक वादकारियों को लाभ मिल सके। हिन्दी दिवस के अवसर पर माननीय न्यायमूर्ति महोदय द्वारा सभी न्यायिक अधिकारियों को हिन्दी में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होने इस बात पर जोर दिया कि हिन्दी भाषा के प्रयोग से वादकारियों को उनके वादों के बारे में पूर्ण जानकारी हो पायेगी। इस अवसर पर माननीय जनपद न्यायाधीश, माननीय पीठासीन अधिकारी एम0ए0सी0टी0, अपर जनपद न्यायाधीश कक्ष संख्या-01 द्वारा अपने विचारो को व्यक्त किया तथा सभी को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संयोजन/संचालन सुमित पंवार अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने किया। इस अवसर पर समस्त न्यायिक अधिकारीगण एवं अधिवक्ता संगठनों के पदाधिकारीगण, वरिष्ठ अधिवक्तागण, मध्यस्थगण, पैनल अधिवक्तागण, लीगल एड डिफेन्स काउन्सेल एवं पी0एल0वी0गण उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 144306 वादों का निस्तारण किया गया जिनमें 5130 फौजदारी वाद, 09 एन0आई0 एक्ट, 215 विद्युत वाद, 32 मोटर दुर्घटना वाद, 52 वैवाहिक वाद, 104 सिविल वाद, 1041 बैंक ऋण, 15 बी0एस0एन0एल0 वाद, कलेक्ट्र्रेट प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा 120040 मामले, यातायात विभाग द्वारा 17660 वाद एवं उपभोक्ता फोरम द्वारा 06 एवं स्थायी लोक अदालत के 02 वादों का निस्तारण किया गया। उपरोक्त प्रकरणों के अन्तर्गत फौजदारी वादों में 733817 रूपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया, मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति वादों में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के अधिकारी दिवाकर चतुर्वेदी द्वारा कुल 32 मामलो में विपक्षी बीमा कम्पनियों से पीड़ित याचीगण को रूपये 18760000 का प्रतिकर दिलाया गया, उत्तराधिकार वादों में 6889119 रूपये का उत्तराधिकार प्रमाणपत्र जारी किया गया। बैंको के बकाया ़ऋण के 1041 मामलों में बैंक एवं बकायेदारो के मध्य 93000000 रूपये एवं बी0एस0एन0एल0 15 वादों में कुल रूपया 36792 का समझौता हुआ। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश द्वारा 52 वैवाहिक मामलों में पति पत्नी के मध्य सौहार्दपूर्ण समझौता कराया गया। उभय पक्षों को जनपद न्यायालय के सभागार में माननीय न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद नीरज तिवारी, जनपद न्यायाधीश एवं परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश द्वारा मिठाई देकर उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामना दी गयी। इस राष्ट्रीय लोक अदालत के सफलतापूर्ण आयोजन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पराविधिक स्वयं सेवकों, पैनल अधिवक्तागण, मध्यस्थगण, परिवार न्यायालय परामर्शदाता ममता सिंह एवं कर्मचारीगण व बैंक अधिकारियों का सहयोग सराहनीय रहा।