पश्चिम चंपारण में राष्ट्रव्यापी हड़ताल, मजदूरों के हक़ की मांग।

समाज जागरण
बेतिया जिला ब्यूरो

पश्चिम चंपारण में प्रथम दिन ही विश्वव्यापी हड़ताल का मिला जुला असर दिखा। विभिन्न कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने बताया कि बढ़ती महंगाई के आधार पर न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये देश के सभी मजदूरों के लिए घोषित किया जाना चाहिए। घरेलू कामगारों एवं आंगनवाड़ी आशा कार्यकर्ताओं आदि को न्यूनतम वेतन व सामाजिक सुरक्षा सहित सभी हितलाभ सरकार द्वारा देय हो। रिक्शा, टेंपो चालकों सहित असंगठित क्षेत्र के सभी मजदूरों का उत्पीड़न बंद किया जाय। फुटपाथ के मजदूरों को उजाड़ना बन्द किया जाय या बदले में उन्हें हाट के लिए जगह मुहैया कराई जाय। मजदूर बस्तियों को नियमित कर बिजली, पानी, नाली, सड़क, स्वरोजगार, राशन, शिक्षा स्वास्थ इत्यादि मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाई जाय।
अवासविहीन मजदूरों को सस्ते आवास मुहैया कराई जाय तथा सभी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार की समुचित व्यवस्था कराई जाय। न्यूनतम पेंशन 5000 रुपये घोषित की जाय तथा समान काम समान वेतन सिस्टम लागू हो। उद्योगों, संस्थानों और नगर निगम, नगर पालिका, प्राधिकरणों, बिजली विभाग, सरकारी अस्पताल आदि में लगे ठेका कर्मियों को उसी स्थान पर पक्का किया जाय। जरूरतमंद लोगों को एक साल तक मुफ्त राशन तथा राशन कार्ड बनाकर सस्ता राशन दी जय।

विशाल सभा के संबोधन एवं सफल क्रियान्वयन हेतु बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव , एटक के राज्य नेता ओमप्रकाश क्रांति , सीटू जिला अध्यक्ष वी के नरुला , महासचिव शंकर कुमार राव , राज्य कमिटी सदस्य नीरज बरनवाल , किसान सभा के जिला सचिव चांदसी प्रसाद यादव , अध्यक्ष रामा यादव , हरेंद्र प्रसाद , आई के एस के जिला सचिव राधामोहन यादव , अध्यक्ष अशोक मिश्र , खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला मंत्री प्रभुनाथ गुप्ता , कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री संतोष प्रसाद , डी वाई एफ आई के जिला मंत्री म. हनीफ , अध्यक्ष महफूज राजा आदि सम्मिलित रहे।