हरियाणा के गुरूद्वारों का पैसा हरियाणा में ही रहे, यह तय करे नई प्रबंधक कमेटी : रमिन्द्र सिंह शंटी


हरियााणा की अलग कमेटी की मुहिम को जन्म देने वाले नेता ने उठाई मांग
—दर्द किया बयां, मुहिम में स

हिसार। दिनेश महता

वरिष्ठ भाजपा नेता एवं हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी अलग बनाने की मुहिम को जन्म देने वाले रमिन्द्र सिंह शंटी ने मांग उठाई है कि कमेटी के अधीन हरियाणा का पैसा हरियाणा में ही लगना चाहिए। उन्होंने हरियाणा की अलग प्रबंधक कमेटी बनाए जाने का स्वागत किया लेकिन इसे आधा अधूरा बताया और कहा कि उनकी मुख्य मांग ही यही थी कि हरियाणा के सिख समाज का पैसा पंजाब न जाए बल्कि हरियाणा का पैसा हरियाणा में ही खर्च हों।


आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा की अलग गुरूद्वारा प्रबंधक कमेट बनाने की मुहिम उन्होंने ही कुछ साथियों के साथ शुरू की थी। अलग कमेटी बन गई इसका उन्हें संतोष है लेकिन दुखद बात ये भी है कि अलग कमेटी के लिए संघर्ष करने वालों को एक तरफ करके सरकार ने अपने चहेतों को कमेटी में शामिल कर दिया। खास बात यह भी है कि जो कमेटी बनाई है, उनमें से अधिकतर को ये भी नहीं पता कि इसके लिए मुहिम कब और किसने शुरू की। इन्हीं में से कुछ लोग अलग कमेटी बनाने का विरोध भी करते रहे लेकिन जब इसकी मंजूरी मिली तो शामिल हो गए। वर्तमान कमेटी को देखकर यही लग रहा है कि इसमें राजनीति हावी रही है लेकिन सरकार ने केवल डेढ़ वर्ष के लिए एडहॉक कमेटी बनाई है, इसके बाद नई वार्डबंदी व वोटर लिस्ट तैयार करके प्रबंधक कमेटी के चुनाव होंगे।

उन्होंने कहा कि जब तक चुनाव नजदीक आए और नई कमेटी बनें, तब तक बनी हुई कमेटी को सिख समाज के हित में अपना कैलिबर दिखाना चाहिए।
रमिन्द्र सिंह शंटी ने कहा कि हरियाणा के गुरूद्वारों में आया चढ़ावे का पैसा पंजाब जाता है और बाद में पंजाब कमेटी की मर्जी है कि वो वापिस कितने रुपये भेजे। ऐसे में सबसे पहले जरूरी है कि हरियाणा का पैसा हरियाणा में ही रहे और समाज की ओर से जनहित में स्कूल, कॉलेज, मेडिकल या इंजीनियरिंग कॉलेज बनवाएं जाएं ताकि 36 बिरादरी के बच्चे उनमें पढ़कर अपना भविष्य संवार सके। हिसार के गुरूद्वारा सिंह सभा में समय—समय पर उठ रहे विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जिनको दिक्कत है, उन्हें संगत के बीच जाना चाहिए या चुनाव होने देना चाहिए क्योंकि संगत से बड़ी कोई पुलिस या कोर्ट नहीं है। भविष्य की राजनीति बारे पूछे जाने पर रमिन्द्र सिंह शंटी ने कहा कि वे भाजपा के सच्चे सिपाही हैं और भाजपा में रहकर समाजसेवा की राजनीति करते रहेंगे। इस अवसर पर उनके साथ विजय नागपाल, प्रीतम कामरा, अजय खटटर, इंद्र जीत सिंह, केएस गिल, सुभाष बांगा व दीपक पोपली भी थे।