नोए़डा सेक्टर 83: जल्दी पहुँचने के लिए जिंदगी से जंग

आपके जिंदगी में समय का कितना महत्व है वह इस विडियों के देखकर आप भलीभांति समझ सकते है। जाहिर है कि आप नौकरी करते है तो कंपनी चाहेगी कि आप समय से ही पहुँचे इसमें कंपनी किसी भी प्रकार से दोषी नही है। लेकिन इस प्रकार से जिंदगी को दाव पर लगाकर या स्टंट करके आप जल्दी पहुँचै कंपनी को शायद यह मंजूर न हो। या यह भी हो सकते है कि कंपनी के जिम्मेदार मैनेजर और सुपरवाइजर भी इसी प्रकार से अपने काम पर पहुँचते हो, फिर तो आप में और उनमें कोई फर्क नही नही रहा तो भला उनको क्या फर्क पड़ता है कि आप कंपनी कैसे आते जाते है।

यह विडियों नोएडा सेक्टर 83 हाँजरी कंपलेक्स की है। हाजरी कंपलेक्स के नाम सुनते ही आपके दिमाग में तरह तरह के हाजरी के कपड़े घुमने लगे होंगे। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इसी हाजरी में काम करने वाले महिला एवं पुरूष किस प्रकार समय से पहुँचने के लिए जान जोखिम में डालते है।

विडियों में आप साफ साफ देख ही रहे है कि किस प्रकार से एक पतली सी पाइप पह चढ़कर लोग नाला पार करते है और फिर अपने अपने काम पर पहुँचते है। आपके लिए कुछ ज्यादा जोखिम भरा हो लेकिन यह स्टंट तो यह लोग सुबह और शाम करते है। जाहिर है कि स्टंंट करते हुए कुछ लोगों के पाँव भी फिसल जाते है औऱ गहर नाली में गिरकर जख्मी भी हो जाते है। लेकिन फिर भी यह स्टंट के खेल चलते रहते है। बात इतना ही नही है यहाँ से 100 मीटर पर दोनो तरफ सुरक्षित रास्ता भी बने हुए है , लेकिन इस भाग दौड़ से जिंदगी मे समय कहाँ है। भले ही चोट लगने के बाद महीनों छुट्टियाँ गुजारना पड़े मंजूर है लेकिन 5 मिनट पहले घर से निकलना और सुरक्षित रास्ते से गंतव्य तक पहुँचना इनको मंजूर नही है।

इससे पहले ही यह लोग रास्ते को क्रास करने की जोखिम उठाते है, जहाँ कई बार दुर्घटना होते होते बचते है या कई बार हो भी जाते है। कई बार सड़क के डिवाइटर को तड़पने में भी महिलाओं चोटिल हो जाती है, लेकिन जनाब यह देश हमारा है हम करेंगे वही जो हमे अच्छा लगेगा। हर बार दोष शासन प्रशासन के मत्थे मढ़ देना ठीक नही होगा। लेकिन इतना तो जरूर है कि इस स्टंट वाली रूट का पुलिस को बखूबी पता होगा। क्योंकि यही से 100 मीटर की दूरी पर मदरसन कंपनी के गेटर पुलिस की जिप्सी हमेशा खड़ी दिखती है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि इस जान को जोखिम में डालने वाली रास्ते को बंद करें।