भारतीय नववर्ष के अवसर पर विहंगम योग संस्थान की मेदिनीनगर शाखा के द्वारा बुधवार को स्वर्वेद यात्रा निकाला गया

समाज जागरण, बिनोद सिंह ब्यूरो चीफ सह प्रभारी पलामू प्रमंडल

मेदिनीनगर, पलामू (झारखंड) 22 मार्च 2023:-मेदिनीनगर शहर के स्टेशन रोड स्थित बबलू पाठक के आवासीय परिसर से स्वर्वेद यात्रा निकाली गई. संस्थान के झारखंड प्रदेश महामंत्री ललित कुमार सिंह ने स्वर्वेद यात्रा के उद्देश्य पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि विश्व की समस्त समस्याओं एवं विसंगतियों का समूल नाश अध्यात्मविद्या से ही सम्भव है .विहंगम योग मानव कल्याण एवं विश्व में शांति की स्थापना के उद्देश्य को लेकर ब्रह्मविद्या का प्रचार प्रसार कर रही है. आज संपूर्ण विश्व अशांत एवं भयक्रांत है.ऐसी स्थिति में ब्रह्मविद्या एवं स्वर्वेद के सिद्धांत को अपनाने की आवश्यकता है.
अनन्त श्री सदगुरु महर्षि सदाफल देव जी महाराज द्वारा रचित “स्वर्वेद” विश्व का एक अद्वितीय आध्यात्मिक महान सद्ग्रन्थ है.यह सदगुरुदेव के 17 वर्षीय तप , योगाभ्यास-समाधि जन्य ऋतम्भरा प्रज्ञा प्रसूत उनकी महान् आत्मा में अवतरित प्रत्यक्षानुभूत ब्रह्मविद्या परक ज्ञान से परिपूर्ण है. इस महान सद्ग्रन्थ की रचना सदगुरु भगवान ने हिमालय स्थित अपने शून्य शिखर आश्रम की कन्दरा में किया है.स्वर्वेद” ब्रह्मविद्या विहंगम योग का सिद्धान्त ग्रन्थ हैं . इस ग्रन्थ के माध्यम से ही अध्यात्म का वास्तविक स्वरूप जनमानस के समक्ष प्रकट होगा . स्वर्वेद का पद आध्यात्मिक प्रयोग हैं .मंत्रों में एक विशिष्ठ शक्ति होती है, इनके पाठ से परमाणु सारे विश्व में सक्रिय हो जायेंगे और सारी धरती को समृद्ध और स्वर्गोपम सुख-शान्तिमय बनाने में कामयाब होंगे. स्वर्वेद यात्रा का पावन उद्देश्य जनमानस तक “स्वर्वेद” के सिद्धांत का संदेश पहुंचाना है. स्वर्वेद की ऋचाओं का स्वर वातावरण में गुंजायमान होगा तभी व्यापक परिवर्तन होगा और अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे .इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सम्पूर्ण भारतवर्ष में पूरे वर्ष स्वर्वेद यात्रा का आयोजन व्यापक रूप से होते रहना अत्यावश्यक है .स्वर्वेद यात्रा शहर के छह मुहान, शहीद भगत सिंह चौक,कन्नी राम चौक,आढ़त रोड,जिला स्कूल चौक,सुभाष चौक, बेलवाटिका चौक,रेलवे स्टेशन रोड होते हुए वापस हुआ.शोभायात्रा में शामिल भक्त जन अपने हाथ में अ अंकित श्वेत ध्वजा लेकर चल रहे थे और स्वर्वेद की ऋचाए वातावरण में गूंज रही थी. इसे सफल बनाने में रविंद्र श्रीवास्तव,नंदलाल पासवान, भानु प्रताप देव,राजेंद्र प्रसाद अरोड़ा,राकेश पाठक,गीता प्रसाद,सविता पाठक,रेणु सिंह,योगमाया तिवारी,शांति पांडेय,सतरूपा, बेबी सिंह,रंजना,मीरा सिंह, विशुनदेव मेहता,प्रमोद तिवारी,शंभू कुमार,सत्यम, शिवम,किशोर पासवान,अनिल सोनी,रवि , पप्पू सहित काफी संख्या में भक्तजन शामिल थे.