*पं. कुंज बिहारी पाठक जी की साधना एवं तंत्र समाज के लिए संजीवनी थी। डॉ. विवेकानन्द*


गया से रमेश कुमार

अद्यतन ग्रुप ऑफ मीडिया एण्ड सोशल वर्क के प्रेरणास्रोत पं. कुंज बिहारी पाठक जी के द्वितीय पुण्यतीथि अद्यतन भारत भवन, नई गोदाम गया में मनाया गया।
बताते चलें कि उनके कनिष्ठ पुत्र रवि भूषण पाठक जो कई पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादक एवं अद्यतन भारत युवा चेनता मंच के संस्थापक सचिव ने बताया कि पं. कुंज बिहारी पाठक जी जीवनपर्यंत तंत्र साधना एवं कर्मकाण्ड के माध्यम से जनकल्याण करते हुए भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष के षष्ठी तिथि को गोलोक गमन किए। उन्होंने अपने जीवन काल में लाखों पिड़ितों को तंत्र एवं कर्मकाण्ड से स्वच्छ व स्वस्थ्य जीवनशैली प्रदान किए। समाज सेवा के क्षेत्र में अनेकों युवाओं को मार्ग प्रसस्त करते हुए अपने पुत्रों ( श्री विद्या भूषण पाठक, श्री शशि भूषण पाठक एवं रवि भूषण पाठक) को भी समाज सेवा, तत्र एवं कर्मकाण्ड के क्षेत्र में दशा एवं दिशा प्रदान किए। उन्हीं के प्रेरणा से मैं अपने जीवन को सरल बना पाया। उनके पदचिन्हों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पुण्यतीथि सभा को संबोधित करते हुए विभिन्न समाजिक संगठनों से जूड़ें मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के राष्ट्रीय महासचिव डॉ विवेकानन्द मिश्र ने कहा कि पं. कुंज बिहारी पाठक जी के पदचिन्हों पर चलकर ही आज के युवा पीढ़ी एक स्वच्छ, सशक्त व स्वस्थ्य समाज का निर्माण करने में सफल होगें। पंडित जी जैसे विशाल वृक्ष के एक छोटा सा तना रवि भूषण पाठक ने पत्र-पत्रिकाओं का संपादन एवं सामाजिक संगठन के माध्यम से युवाओं को दशा एवं दिशा देने में सफलतापूर्वक प्रयासरत हैं।
उक्त पुण्यतीथि पर स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेन्द्र नारायण, गया जिला महामंत्री विकाश साह, अद्यतन कुंज समाचार-पत्र के उप-संपादक रंजीत कुमार पाठक, अद्यतन भारत युवा चेतना मंच के प्रदेश संयोजक अरविन्द कुमार मिश्र, कौटिल्य मंच के प्रदेश सचिव पवन मिश्र, समासेवी अभय मिश्र, आचार्य अखिलेश कुमार पाठक, आचार्य गणेश दत्त मिश्र, मनीष चन्द्र गौतम, समासेवी नीलम पासवान, ममता गुप्ता, गयाजी तीर्थ पुरोहित ऋषिकेश गुर्दा, अद्यतन भारत युवा चेतना मंच के मुख्य संरक्षक कृष्णा कुमार पाठक, आयुष कुमार मिश्र, नीरज कुमार, डोमन प्रसाद, पत्रकार एवं समाजसेवी डॉ रमेशकुमार, पत्रकार गजेन्द्र कुमार, संदीप कुमार, राजू पटवा, मयंक कुमार झा आदि अनेक पत्रकार, समाजसेवी व प्रबुद्ध लोगों ने उनके तैलिय चित्र पर माल्यार्पण कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला।