पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस को जीएसटी के दायरे में लाए सरकार : रॉयल रमेश


– रसोई गैस व डीजल के दामों में भारी बढ़ोतरी निंदनीय, आम जनता पर बोझ बढ़ा : रॉयल रमेश अरोड़ा –
हिसार( राजेश सलूजा) हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय उपाध्यक्ष व पंजाबी एकता संगठन के प्रधान रॉयल रमेश अरोड़ा ने केन्द्र सरकार से मांग उठाई कि पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस को जीएसटी के दायरे में लाया जाए ताकि देश में लगातार बढ़ती महंगाई पर अंकुश लग सके। पेट्रोल डीजल के दामों लगातार हो रही वृद्धि से जहां आम आदमी त्रस्त है वहीं इसके चलते महंगाई आसमान छू रही है इसलिए तेल के दामों को नियंत्रण में लाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आम आदमी की मूलभूत जरूरत रसोई गैस के दामों में भी लगातार हो रही वृद्धि के बावजूद हाल ही में 50 रुपये की वृद्धि की है जो कि निंदनीय है। इसने देश की गरीब व आम जनता की कमर पर महंगाई का एक ओर चाबुक मारने का काम किया है।
रॉयल रमेश अरोड़ा ने कहा कि जब सरकार तमाम चीजों को जीएसटी के दायरे में ला चुकी है तो पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस को इससे बाहर क्यों रखा जा रहा है यह सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करता है। सरकार इसके माध्यम से लोगों की जेब से पैसा निकालकर सरकारी खजाने भर रही है और आम आदमी की कमर महंगाई के चलते झुकती जा रही है जिसकी ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। वहीं व्यापारियों को भी करों के बोझ के तले दबाया जा रहा है लेकिन सुविधाओं के नाम पर उन्हें कुछ नहीं मिल रहा। भारी भरकम कर अदा करके देश के उन्नति में सहयोग देने वाले देश के नागरिकों व व्यापारी वर्ग की सुविधाओं की ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए।
अरोड़ा ने कहा कि एक तो पहले से ही बेरोजगारी व महंगाई की समस्या से देश के लोग बुरी तरह से जूझ रहे हैं उस पर सरकार आए दिन पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के दामों को बढ़ाकर लोगों की आर्थिक परेशानियों को बढ़ाने का काम रही है। सरकार को पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस को जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए जिससे कि इनके दाम नियंत्रण में आ सकें, महंगाई पर नियंत्रण हो और देश की जनता को राहत मिल सके।