पंचायती राज्य मंत्री ने माल्यार्पण न करके बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिंह एवं पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिंह छोटे साहब का अपमान किया है*।

*

*औरंंगाबाद के धरती पर अनुग्रह नारायण सिन्हा का ही एकमात्र ऐसा परिवार है जो एक दल से दुसरे दल में नहीं गया और शुरू से आजतक कांग्रेस में है*।

अनिल कुमार मिश्र औरंगाबाद (बिहार)

अखिल भारतीय राहुल गांधी यूथ ब्रिगेड के सदस्यों नेपंचायती राज मंत्री मुरारी गौतम के खिलाफ आज आक्रोश जताया है। जिसका नेतृत्व कांग्रेसी नेता मो. शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान ने करते हुए कहा कि औरंगाबाद की धरती डा. बिहार विभूति डा. अनुग्रह नारायण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिंह उर्फ छोटे साहब, पूर्व सांसद किशोरी सिन्हा, केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार सिंह के नाम से जाना जाता है, मगर पंचायती राज मंत्री ने
बिहार विभूति डा. अनुग्रह नारायण सिंह एवं पूर्व मुख्यमंत्री छोटे साहब का का प्रतिमा पर मालयार्पण नहीं करके औरंंगाबाद के धरती को अपमान किया है जो एक गलत संदेश है।

कांग्रेसी नेता सल्लू खान्न ने कहा बिहार -सरकार के पंचायती राज्य मंत्री मुरारी गौतम औरंगाबाद दौरे पर आए थे जो कि कुटुम्बा आए थे वहां से लौटने के बाद पंचायती राज्य मंत्री शहर के दानी विभाग परिसदन में पहुंचे। प्रेस वार्ता भी किया और सभी मिलते रहें और सम्मनित होते रहें।परिसदन में मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस किए मगर डा. अनुग्रह नारायण सिंह व छोटे साहब के प्रतिमा पर माल्यार्पण किए बिना लौट गाए। डा. अनुग्रह नारायण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री छोटे साहब की प्रतिमा पर न जाने से ऐसा लगता है कि मंत्री को प्रोटोकॉल की जानकारी नहीं है ,मंत्री को संविधान की किताब पढ़ लेना चाहिए, जिस धरती पर कोई भी मंत्री व नेता का आगमन होता है, तो सबसे पहले वहाँ के धरती पर महापुरूषों के प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हैं।

बता दें कि समाज सुधार यात्रा के दौरान बीते चार जनवरी 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औरंगाबाद में आए थे, तो सबसे पहले डा. बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिंह एवं पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिंह छोटे साहब की मूर्ति पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किए थे। बिहार-विभूति का भारत की आजादी में सहभागिता रही थी। उन्होंने महात्मा गांधी एवं डा. राजेन्द्र प्रसाद के साथ राष्ट्रीय आंदोलन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थे। अनुग्रह बाबू आधुनिक बिहार के निर्माता थे। वे देश के उन गिने-चुने सर्वाधिक लोकप्रिय नेताओं में से थे, जिन्होंने अपने छात्र जीवन से लेकर अंतिम दिनों तक राष्ट्र और समाज की सेवा की। उन्होंने आधुनिक बिहार के निर्माण के लिए जो कार्य किया, उसके कारण उन्हें लोग बिहार विभूति के नाम से जानतें है। रमेश कुमार, संतोष कुमार, अमर कुमार गुप्ता, अखिलेश कुमार, मो. मतलुब सहित उपस्थित रहे।