सभी कोटि के विद्यालय में अध्ययनरत सभी विद्यार्थियों का पैन आईडी और आधार  आईडी बनाना सुनिश्चित हो – शिक्षा विभाग।*  

    मिंटू कुमार संवाददाता दैनिक समाज जागरण हजारीबाग सदर ।    हजारीबाग सिलवार बी आर सी द्वारा विद्यालयों को कहा जा रहा है कि पैन नम्बर और आपार आईडी बनाने के लिए  यू डाइस प्लस पोर्टल पर जाकर विद्यार्थी का रजिस्ट्रेशन इच और एवरी स्टूडेंट करें। आधार कार्ड से बच्चों का विवरणी मिलान हो । विद्यालय के संचालक सरकारी, सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक, निजी मान्यता प्राप्त, गैर मान्यता प्राप्त, सभी कोटि के विद्यालय  इस बात को सुनिश्चित करें ।  अन्यथा की स्थिति में बच्चे आपार आईडी और पैन नंबर से वंचित हो जाएंगे । परेशानी भविष्य में विद्यार्थी , गार्जियन एवं स्कूल को उठाना पड़ सकता है । विदित हो कि लगातार   शिक्षा विभाग की ओर से कहा जा रहा है कि प्रत्येक वर्ष एंट्री का प्रावधान नही होगा । पंजीकृत बच्चे का इम्पोर्ट मोड्यूल के माध्यम से अपने विद्यालय में एन्ट्री कर पाएंगे। यू डाइस प्राप्त विद्यालय जहाँ नर्सरी से क्लास 12 तक बच्चो का अध्ययन होता है वहाँ सभी विद्यार्थियों का ऑनलाइन एंट्री  प्राथमिकता के आधार पर करना है। पोर्टल बंद हो जाता है और बच्चे की डेटा एंट्री नही हो पाती है तो जवाबदेही आपको उठानी होगी।
इस कार्य को  सर्वोच्च प्राथमिकता दिया जाए । इस संबंध में झारखंड प्राइवेट स्कूल संगठन के सचिव प्रभु दयाल कुशवाहा से राय मांगी गई तो उन्होंने कहा की सरकारी ,गैर सरकारी निजी विद्यालय जिनके पास  यू डाइस कोड है वैसे स्कूल इसे पूरा कर लेंगे परंतु वैसे स्कूल जो बिना यू डाइस कोड के चल रहे हैं । वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों का यू डाइस प्लस  पोर्टल समेत पैन नंबर और आधार आईडी कैसे बनेगा ? यहां पढ़ने वाले सभी बच्चे न घर के रहेंगे न घाट के। उनका न तो पैन नंबर बनेगा और ना ही अपार आईडी । इन्होंने कहा क्यों नहीं झारखंड सरकार का शिक्षा विभाग ऐसे स्कूलों पर कार्यवाही करती है?  या तो ऐसे स्कूलों को यू डाइस कोड मिलना चाहिए। नहीं मिलने की स्थिति में ऐसे स्कूलों को बंद करने में ही भलाई है। बिना यू डाइस नंबर वाले स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में है ।