संवाददाता कमल सिंह लोधा
*टोंक* – संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने सोमवार को जिला टोंक में आध्यात्मिक पुस्तकों का वितरण किया गया | यह पवित्र पुस्तकें जैसे ज्ञानगंगा और जीने की राह संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तक है | बताया जाता है कि इन पुस्तकों को पढ़ने से किसी भी प्रकार का नशा अपने आप छूट जाता है क्योंकि इसमें ऐसे प्रमाण है जो आत्मा को छू जाते हैं |
पुस्तक सेवा में उपस्थित संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने बताया है हम सभी संत रामपाल जी महाराज के अनुयाई परमात्मा का संदेश जन जन तक पहुंचा रहें है आज राजस्थान के टोंक जिला में जमा-मस्जिद-टोंक व अन्य सभी मस्जिदों में वहां के नवाब शाही इमाम ओर मौलवी को सद्गुरुजी के आदेश अनुसार ज्ञान गंगा (उर्दू-हिंदी) व जीने की राह पुस्तकों की सेवा की गई |आज नवाब-स्ल्लामुद्दीन खिज़र इमाम-जामा मस्जिद को नवाब शहीद मौलवी जामा-मस्जिद को अख्तर नवाब बीड़ी फैक्ट्री और नवाब मतीन मिर्ज़ा जिला वक्फ कमेटी को संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तक वितरित की |
साथ ही अनुयायियों ने यह भी बताया हे कि पुस्तक सेवा करने का उद्देश्य है समाज में फैल रही कुरीतियों जैसे दहेज- प्रथा, नशा, शराब, बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, भ्रूण हत्या, रिश्वतखोरी, चोरी डकैती इन कुरीतियों को दूर करना है | इस पुस्तक को पढ़ने मात्र से ही संसार का कोई भी दुख हो उसका छुटकारा पाने का साधन मिल जाएगा | अगर किसी के परिवार में धन की कमी या नौकरी या व्यापार के कारण दुख है तो इस पुस्तक को पढ़ने से लाखों लोगों को नौकरी और व्यापार में फायदा हुआ है अगर किसी के घर में कोई भयंकर बीमारी है तो लाखों लोगों की खतरनाक बीमारी जैसे कैंसर, एड्स, शुगर आदि दूर हुए हैं तो आप भी इससे लाभ ले सकते हैं
पुस्तक सेवा में उपस्थित सेवादार शम्भू दास,अम्बा दास,गणेश दास,राजेन्द्र दास आदि मौजूद रहे