स्कूली बसों में बरती जा रही है लपारवाही, बच्चे के भविष्य से हो रहा है खेलवाड़, नहीं हैं जिला प्रशासन का ध्यान*

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संवाददाता गजेन्द्र कुमार जिला पलामू झारखण्ड

भेड़ बकरियों की तरह स्कूली बच्चे को ठूस कर ले जाया जा रहा है स्कूल। मेदिनीनगर ,पोलपोल के,डी ए वी स्कूल चियांकी में पढ़ने वाले बच्चों को विगत चार माह से भेड़ बकरियों की तरह स्कूल बस में ठूस कर ले जाया जा रहा है। इस संबंध में अभिभावकों का कहना है कि विगत चार माह पूर्व ही स्कूल प्रबंधन के पास स्कूली बच्चों के लिए बस उपलब्ध कराने की मांग की गई थी। परंतु प्रबंधन ने अभी तक बस उपलब्ध नहीं कराया है। सिर्फ आश्वासन दिया जाता है। चार माह गुजर गया परंतु प्रबंधन के द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई। लिहाजा बच्चे भेड़ बकरियों की तरह बस में स्कूल जाने को विवश है। इस संबंध में अभिभावकों का कहना है कि परिवहन शुल्क के नाम पर विद्यालय प्रबंधन के द्वारा मोटी रकम ली जाती है। परंतु सुविधा नगण्य है ।ग्रामीण अगर शिकायत करते हैं तो उनके बच्चे को नाम काटकर हटाने की धमकी भी प्रबंधन द्वारा दी जाती है। ऐसे में विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे के अभिभावक चुप रहना ही मुनासिब समझते हैं। बच्चों के मानवाधिकार का हनन हो रहा है। अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन से स्कूली बच्चों के लिए स्कूल बस उपलब्ध कराने की मांग की है।ताकि बच्चे सीट पर बैठकर विद्यालय आना-जाना सही सलामत कर सकें।