अनूपपुर ।जिले के पुष्पराजगढ़ ब्लाक अंतर्गत सरपंच पति की सा पर चोरी की रेत से पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है मध्य प्रदेश के अनूपपुर एवं डिंडोरी जिले की सीमा पर स्थित ग्राम पंचायत मझौली में पंचायत द्वारा पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है भले ही निर्माण कार्य की एजेंसी पंचायत है लेकिन रेत एवं अन्य सामग्रियों की सप्लाई ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है काजू नमक ठेकेदार द्वारा पंचायत भवन निर्माण के लिए रेत की सप्लाई की जा रही है और चोरी की रेट से पंचायत भवन का निर्माण हो रहा है लेकिन इस संबंध में ना ही जनपद पंचायत के अधिकारियों द्वारा ध्यान दिया जा रहा है और ना ही अन्य विभाग के अधिकारियों द्वारा इस संबंध में किसी भी प्रकार की कार्यवाही की जा रही है जिसके कारण सरपंच पति एवं ठेकेदार के हौसले बुलंद हैं। सूत्र बताते हैं कि पंचायत भवन निर्माण स्थल पर जो रेट पाई गई वह काली एवं मिट्टी युक्त थी जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह रेट नर्मदा नदी की हो सकती है।
नर्मदा नदी की रेत निकासी पर है प्रतिबंध
मध्य प्रदेश शासन द्वारा नर्मदा नदी के जल के प्रवाह को बनाए रखने एवं पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने के लिए नर्मदा की रेट निकासी पर प्रतिबंध लगाया गया है।
क्यों है अनुपयोगी
नर्मदा नदी की रेत में मिट्टी एवं छोटे-छोटे कंकर पाए जाते हैं जिससे वह सीमेंट में मिश्रित नहीं हो पता है सही ढंग से सीमेंट में मिश्रण ना हो पाने के कारण उसकी छपाई गुणवत्ता हीन मानी जाती है जिससे छपाई गुणवत्ताहीन एवं कमजोर होती है। उक्त सभी बातों की जानकारी होने के बाद भी पंचायत एजेंसी द्वारा ठेकेदार को पंचायत निर्माण का कार्य देकर भ्रष्टाचार एवं गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।
सरइटोला में भी यही है हाल
चोरी की रेत से भवन का निर्माण सिर्फ ग्राम पंचायत मझौली में ही नहीं हो रहा है बल्कि पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सरयटोला में भी यही हाल है जहां पंचायत भवन का निर्माण हो रहा है और वहां भी काजू नामक ठेकेदार द्वारा रेत की सप्लाई की जा रही है। ऐसा नहीं है कि फरहद गांव का रहने वाला यह ठेकेदार सिर्फ चिन्हित पंचायत में कार्यकर्ता है बल्कि जनपद पंचायत के अधिकारियों के संरक्षण में दर्जनों गांव में रेत की सप्लाई करता है।
इस संबंध में जब जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गणेश पांडे से संपर्क करना चाहा गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
इनका कहना है
इस संबंध में जब उपयंत्री राजेश शर्मा से पंचायत भवन निर्माण के संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं दिखवाता हूं