दैनिक समाज जागरण इटावा ब्यूरो
इटावा दलित वोटबैंक के समीकरण के माने जाने हैं धुरंदर
इटावा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद भरथना क्षेत्र के गांव नगरिया सरावा के रहने वाले डॉ॰ रामशंकर कठेरिया राजनीति के इतिहास स्वयं की छाप जनता के दिल में छोङ रहे हैं। राजनीति है तो यह बात हम नहीं जनता के बीच के जाकर चाय की दुकान या पान पैलेस की दुकान पर बैठे लोगों (मतदाताओं) की जुबानी सुनने को मिल रही है।
आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद इटावा लोकसभा क्षेत्र से लेकर कस्बा बकेवर में चुनावी सरगर्मी है माहौल गर्म हो गया है। भाजपा का उम्मीदवार घोषित होने के बाद समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार जितेन्द्र दोहरे को चुनाव मैदान में उतारा गया है।
तो वही सूत्रों के हवाले से बहुजन समाज पार्टी भी कहीं ना कहीं पूर्व में लखना विधानसभा से विधायक रहे भीमराव अंबेडकर को अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है। अब बात साफ जाहिर होती है कि यदि बहुजन समाज पार्टी पूर्व में विधायक रहे भीमराव अंबेडकर को उम्मीदवार अगर घोषित करती है तो चुनावी माहौल में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है।
बेशक राजनीति के पुरोधा स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई इस दुनिया में नहीं हैं पर हर लोकसभा चुनाव में मिला दो सीटों की चर्चा पर उनकी चर्चा होती है। देश में इस समाज ने उन्हें हमेशा सिरमौर बनाए रखा।