वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र सिंह को सूचना आयुक्त बनाए जाने से पत्रकारों में हर्ष,  बिजनौर का नाम रोशन।


निर्भीक कर्मठशील और कुशल व्यवहारिक पत्रकारिता के रूप में प्रदेश भर में अपनी पहचान रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र सिंह को प्रदेश सरकार द्वारा सूचना आयुक्त नियुक्त किये जाने से बिजनौर का नाम रोशन किया बल्कि यह उपाधि हासिल करने वाले बिजनौर के पहले पत्रकार हैं। सूचना आयुक्त बनने से उनका सपना भी साकार हुआ ओर परिवार सहित जनपद बिजनौर का नाम भी रोशन हुआ है।
             जनपद की सबसे पुरानी तहसील नगीना क्षेत्र के पहले खुशहालपुर मठेरी और अब ग्राम नियामतपुर निवासी स्वर्गीय श्री बनारसी सिंह चौधरी जो कई वर्षों तक ग्राम प्रधान भी रहे है, उन्होंने ग्राम प्रधानी के पद पर रहते हुए एक भी बदनुमा दाग अपने आंचल पर नहीं लगने दिया। यही ईमानदारी की सीख अपने तीनों होनहार पुत्रों को दी, उनका सबसे बड़ा पुत्र नरेंद्र पाल सिंह चौधरी नेवी में चीफ इंजीनियर के पद कार्यरत रहे। सबसे छोटे पुत्र धर्मेंद्र चौधरी जो गांव की खेती बाड़ी और पत्रकारिता के साथ-साथ कुशालपुर मठेरी से  मठेरी समिति के निर्विरोध चेयरमैन चुने गए हैं।                    बनारसी सिंह चौधरी के होनहार पुत्र राजेंद्र सिंह चौधरी प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकारों में खुमार है, राजेंद्र सिंह ने गांव के ही प्राइमरी स्कूल में कक्षा 3 तक शिक्षा ली, नगीना के मॉडल स्कूल मैं कक्षा चार से 8 तक की शिक्षा ग्रहण की,  नजीवाबाद एमडीएस से कक्षा 9 से इंटर तक शिक्षा लेने के बाद फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और शिक्षा के क्षेत्र में एक के बाद एक मुकाम को छूते रहे, राजेंद्र सिंह चौधरी ने मेरठ से बीएससी और एल एल बी की, और लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीएड की शिक्षा हासिल की। शिक्षा का सफर उनका यहीं नहीं रुका उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एक और ऊंची चलांग लगाते हुए एमए पॉलीटिकल सांइस से शिक्षा ग्रहण की। चौधरी राजेंद्र सिंह का शिक्षा के प्रति बचपन से ही विशेष लगाओ रहा अपनी मेहनत और लगन के बल पर हमेशा अपनी कक्षाओं में प्रथम स्थान पर ही रहे है, समय मिलने के बाद भी अपना समय किताबों पर ही लगाया करते थे। उनकी शिक्षा का उद्देश्य कुछ बन्ना था।
        राजेंद्र सिंह चौधरी पत्रकारिता के क्षेत्र में विशेष रूचि रखते थे उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी होने के बाद 1992 में मेरठ के एक छोटे से अखबार से अपनी पत्रकारता का सफर प्रारंभ किया था। अपनी निर्भीक बेबाक लखनी और मेहनत ईमानदारी के सहारे डेढ़ वर्ष बाद ही मेरठ से प्रकाशित सिद्ध अमर उजाला संस्थान से जुड़ गए थे उनकी ईमानदार और निर्भीक होने के कारण अमर उजाला संस्थान में अपना एक अलग से मुकाम स्थापित किया और 3 दशकों से रोहतक अमृतसर शिमला मेरठ और प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत विभिन्न भारी स्थान पर अपनी सेवाएं देते हुए अपनी बेबाक लेखनी का धमाल मचाते हुये देश और प्रदेश के नाम चिन्ह पत्रकारों में अपना स्थान बनाया बल्कि स्थापित किया जिससे जिनके नाम से पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके छोटे से गांव नियामतपुर के साथ-साथ तहसील नगीना और जनपद बिजनौर को पहचाना जाता है।    अमर उजाला के संपादक राजेंद्र सिंह चौधरी की ईमानदारी कर्मठशीलता कलाम के सच्चे सिपाही और निर्भीकता को देखते हुए उन्हें सूचना आयुक्त नियुक्त किया है यह खबर सुनते ही जहां उनके परिवार और रिश्तेदारों में खुशी की लहर दौड़ गई वही नगर और जिला स्तर के पत्रकारों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। राजेंद्र सिंह चौधरी के ग्राम नियामतपुर में परिजनों के साथ-साथ ग्रामीणों ने भी एक दूसरे को मिष्ठान आदि खिलाकर और मुबारकबाद और बधाई देकर खुशी का इजहार किया तो वही नगीना में भी पत्रकारों ने उनके छोटे भाई धर्मेंद्र चौधरी पत्रकार प्रगतिशील पत्रकार एसोसिएशन पंजीकृत के महामंत्री वे मठेरी समिति के चेयरमैंने भी है को मिष्ठान आदि खिला कर उन्हें बधाइयां दे रहे हैं, साथ ही जिले भर के पत्रकार भी फोन पर बधाइयां दे रहे हैं और बधाइयां देने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। 
              नवनियुक्त सूचना आयुक्त राजेंद्र सिंह चौधरी की एक बेटी हाई कोर्ट में एडवोकेट है औख़र दिल्ली सरकार की सलाहकार, एक बेटा चिराग चौधरी जो दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी की शिक्षा ग्रहण कर रहा है।

मनोज वाल्मीकि नगीना ।