बाल संरक्षण यथा बाल विवाह प्रतिषेध,बाल व्यापार पर कार्यशाला का आयोजन

वीरेंद्र चौहान, समाज जागरण ब्यूरो किशनगंज।
19 सितंबर। महानंदा सभागार, समाहरणालय में जिला पदाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता एवं उप विकास की विशिष्ट उपस्थिति में बाल संरक्षण यथा बाल विवाह रोकथाम, बाल व्यापार, बाल श्रम प्रतिषेध आदि से संबंधित जिला स्तरीय कार्यशाला सह बैठक का आयोजन कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन संपोषित जन निर्माण केन्द्र किशनगंज के सहयोग से किया गया।
जन निर्माण केंद्र के सचिव राकेश सिंह द्वारा अंग वस्त्र एवं मोमेंटो देकर जिला पदाधिकारी एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया। इसके बाद दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।उक्त कार्यशाला सह बैठक में जिलाधिकारी द्वारा बाल विवाह प्रतिषेध कार्यक्रम की समीक्षा की गई तथा इन कार्यक्रमों की जन जागरूकता हेतु मीडिया,सोशल मीडिया एंव अन्य माध्यमों का उपयोग करने तथा बाल विवाह पूर्ण प्रतिषेध का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि जिले में बाल विवाह की रिपोर्टिंग की स्थिति संतोषजनक नहीं है।
जिलाधिकारी द्वारा यह निदेशित किया गया कि बाल विवाह की संभावना की सटीक जानकारी प्राप्त होना आवश्यक है तथा ससमय प्रतिषेध जरूरी है। इस हेतु चाइल्डलाइन के नंबर 1098 का प्रचार आवश्यक है और चाइल्डलाइन को सभी जनप्रतिनिधियों,आमजन के बीच 1098 का प्रचार करने की आवश्कता है ताकि संभावित बाल विवाह की सूचना ससमय प्राप्त हो और उसे रोका जा सके। जिलाधिकारी द्वारा यह भी कहा गया कि बाल व्यापार के रोकथाम हेतु हॉट स्पॉट्स को चिन्हित करना आवश्यक है तथा रेलवे स्टेशन सहित इन हॉट स्पॉट्स पर उद्घोषणा एवम बैनर, आदि के माध्यम से सतर्कता अभियान चलाया जाना चाहिए। उन्होंने जिले में प्रमुख स्थलों पर चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 सहित जरूरी निर्देश आधारित डिस्प्ले बोर्ड लगाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा की साथ ही सुनिश्चित करें की बाल व्यापार का मामला पाए जाने पर प्राथमिकी अवश्य दर्ज हो, अगर प्राथमिकी दर्ज करने में समस्या हो तो जिलाधिकारी को तत्काल सूचित करें।इसके अतिरिक्त सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई रविशंकर तिवारी द्वारा यह आग्रह किया गया कि बाल विवाह प्रतिषेध में शिक्षा विभाग एंव स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। इसके लिए विद्यालय स्तर पर बच्चों को जागरूक करने की आवश्यकता है। यदि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक बच्चे विशेषकर बालिका स्कूल में उपस्थित रह कर पढ़ाई करें वे किसी भी कारण स्कूल से ड्रॉप आउट न हो उनके बाल विवाह होने की संभावना नगण्य हो सकती है।इसके अतिरिक्त बाल संरक्षण से संबंधित अन्य मुद्दे यथा बाल व्यापार, बाल श्रम निषेध आदि पर भी चर्चा की गई।
डा० उर्मिला ने बाल विवाह से बच्चियों के स्वास्थ्य पर होने वाले गंभीर दुष्प्रभावों यथा गर्भवती महिला, नवजात की मृत्यु, दिव्यांगता, कुपोषण आदि पर प्रकाश डाला एवं इसमें सभी भागीदारों को गंभीर होकर इस समस्या के निदान में योगदान देने का अनुरोध किया।
इस कार्यक्रम का संचालन जन निर्माण केंद्र के सचिव राकेश कुमार सिंह ने करते हुए कहा कि समूचे जिले में 18 अक्टूबर 2024 से 25 अक्टूबर 2024 तक बाल विवाह मुक्त अभियान पर विशेष अभियान चलेगा इसके लिए सभी विभाग स्वयं के स्तर पर दीप उत्सव, गोष्ठी, रैली, नुक्कड़ आदि आयोजन करने हेतु विशेष बल दिया।
इस कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त स्पर्श गुप्ता, जिला पंचायती राज पदाधिकारी जफर आलम, अनुमंडल पदाधिकारी लतीफ उर रहमान अंसारी अध्यक्ष एंव सदस्य,बाल कल्याण समिति, कमांडेंट ,एस एस बी, बीएसएफ, जिला शिक्षा पदाधिकारी, श्रम अधीक्षक, सभी सीडीपीओ, सुरक्षित स्थान के अधीक्षक, बाल संरक्षण पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाई के कर्मीगण, जन निर्माण केन्द्र के सभी कर्मीगण उपस्थित थे।

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