…..आखिर इस निराश्रय पर क्यों नहीं जाता किसी हाकिम की नजर!



-विडंबना सिस्टम की
-जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य द्वार पर इतनी धूप में भीख मांगने को विवश वृद्ध महिला
-जिलाधिकारी सहित सभी जिम्मेदार अधिकारियों को इसी रास्ते जाना है अपने कार्यालय

शशिकांत ओझा, ब्यूरो चीफ, समाज जागरण

बलिया : इसे सिस्टम की विडंबना का है या अधिकारियों की बेपरवाही समझ से परे है। सरकार दीन-हीन जनों के लिए इतना प्रयास कर रही है लेकिन बलिया किए वृद्ध महिला को भरण पोषण के लिए भीख मांगना पड़ रहा है। बेतहाशा गर्मी के इस मौसम में महिला विगत कई दिनों से जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य द्वार पर भीख मांग रही है। अजीब है कि इसका संज्ञान कोई नहीं ले रहा है। जिलाधिकारी सहित जनपद के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को प्रतिदिन इसी रास्ते अपने कार्यालय को जाना है।
महिला कहां की रहने वाली है उसके परिवार में कौन कौन है वह भिक्षाटन क्यों कर रही है यह तो वह स्पष्ट नहीं बता रही पर उससे कुछ भी कहने पर वह रोटी के लिए दो पैसा की ही मांग कर थही है। भिक्षाटन करने वालों की संख्या जनपद में कम नहीं है पर वह महिला पिछले कई दिनों से टीडी कालेज चौराहे पर रामदहिन ओझा की प्रतिमा के बगल में स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य द्वार पर ही भीख मांग रही है। जिले में शासन द्वारा वृद्धाश्रम भी संचालित है फिर भी उस महिला को जीवन यापन करने के लिए भीख मांगना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह महिला जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य द्वार पर भीख मांग रही यह महिला किसी को दिख नहीं रही है। जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी, मुख्य राजस्व अधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट सहित उपजिलाधिकारी सदर सहित तमाम अधिकारी प्रतिदिन अपने कार्यालय आते जाते हैं फिर भी भीख मांग रही महिला किसी को दिखाई नहीं दे रही है।