औरंगाबाद जिले का नाम देव करने के लिए भगवान भास्कर को मांग पत्र देने का लिया निर्णय*


दैनिक समाज जागरण अनील कुमार संवाददाता नबीनगर (औरंगाबाद)

नबीनगर (औरंगाबाद) बिहार 4 अगस्त 2023 आज जनेश्वर विकास केंद्र की बैठक सहदेव चौधरी पुस्तकालय देव मे किया गया।बैठक की अध्यक्षता डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने किया जबकि संचालन जनेश्वर विकास केंद्र के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने किया। बैठक मे भगवान भाष्कर के समक्ष जिले का नाम देव करने की मांग पत्र समर्पित करने का निर्णय लिया गया साथ ही बैठक मे यह भी निर्णय लिया गया कि औरंगाबाद जिला को अकाल क्षेत्र घोषित करने हेतु जिला पदाधिकारी को मांग पत्र समर्पित किया जाएगा ।
जनेश्वर विकास केंद्र के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने विस्तार से बताते हुए कहा कि बिहार में आधा से अधिक जिलों का नाम ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के नाम पर है जैसे रोहतासगढ़ के नाम से रोहतास जिला ,कैमूर पर्वत श्रृंखला के नाम से कैमूर जिला ,राजा भोज के नाम पर भोजपुर जिला, वैशाली के नाम पर वैशाली जिला, नालंदा के नाम पर नालंदा जिला रखा गया है ।जबकि जिला मुख्यालय क्रमशः सासाराम ,भभुआ ,आरा, हाजीपुर तथा बिहार शरीफ हैं। औरंगाबाद में कुटुंब गढ़ के नाम पर प्रखंड का नाम कुटुंबा है जबकि मुख्यालय अंबा में है। इसी तर्ज पर जिले की पहचान और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल देव के नाम पर जिला का नाम होना चाहिए था। परंतु तत्कालीन जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण ऐसा नहीं हो सका ।सचिव ने बताया कि औरंगाबाद जिले का नाम देव करने हेतु 1992 से ही मांग की जा रही है तथा इसके समर्थन में कई आंदोलन भी किया जा चुका हैं परंतु वर्तमान के जनप्रतिनिधि भी इस मांग को समर्थन नहीं द रहे हैं । इस कारण मांगे अभी तक पूरी नहीं हुई है। इसलिए सर्व सम्मति से 10 सितंबर को भगवान भास्कर देव के समक्ष धरना देने एवं जिले का नाम देव करने संबंधी मांग पत्र भगवान भास्कर के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया ।साथही यह भी मांग किया जाएगा वर्तमान जनप्रतिनिधियों को इस मांग के प्रति समर्थन देने हेतु भगवान भास्कर उन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें ।
बैठक मे एक अन्य प्रस्ताव के जरिए जिला पदाधिकारी के माध्यम से बिहार सरकार से इस जिले को अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग पत्र सौंपने का निर्णय लिया गया ।साथ ही सूर्यकुण्ड तालाब को गंगाजल धारा योजना से जोड़ने हेतु मुख्यमंत्री से मांग की गयी।
बैठक में जनेश्वर विकास केंद्र के अध्यक्ष रामजी सिंह, पूर्व हेडमास्टर रामधारी सिंह,अधिवक्ता रामाश्रय पांडे ,यसवंत कुमार ,रवि रंजन ,समाजसेवी जनेश्वर यादव, डॉक्टर महेंद्र, निर्मल कुमार सिंह, रत्नेश कुमार सिंह ,सरजू यादव , बलिराम चंद्रवंशी ,इकबाल अहमद, और रत्नेश तिवारी सहित अन्य लोग पस्थित थे।