बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने पहुंचे विधायक, करी एसडीएम से बात

सचित्र–

-बाढ़ का दर्द
-उदयी छपरा गांव में कटानस्थल तक पहुंचे पैदल, लिया कटान का जायजा

नित्यानंद सिंह, दैनिक समाज जागरण

बैरिया (बलिया) : स्थानीय विधायक जय प्रकाश अंचल ने बाढ़ से प्रभावित गांवों का दौरा करते हुए उदयी छपरा गांव में हुए कटान की जगह पर पैदल जाकर स्थलीय निरीक्षण किया। बाढ़ से प्रभावित लोगों की समस्याओं को अपनी आंखों देखा और कानों से सुना।
स्थानीय लोगों ने विधायक के सामने राशन वितरण में धांधली, पशुओं के लिए चारा, गांवो में दवा का छिड़काव व जरनेटर सहित अनेक समस्याओं की लंबी शिकायत की फेहरिस्त रखी। विधायक ने तत्काल फोन से बैरिया एसडीएम से बात कर बाढ़ से प्रभावित लोगों की समस्याओं का तत्काल निदान करने को कहा। पीड़ित लोगों को आश्वासन दिया कि आप लोगों के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होगा। तत्काल बैरिया एसडीएम द्वारा आप सभी की समस्याओं का जल्दी ही सामाधान किया जाएगा।
गंगा में प्रतिघन्टा एक सेमी का घटाव हुआ शुरू तो हुआ है लेकिन आम आदमी की समस्याएं बढ़ीं हैं।

एक वर्ष भी नहीं झेल सका 11करोड़ का कटानरोधी कार्य

एक वर्ष भी नहीं झेल सका लगभग 11,37 करोड़ रुपए से की लागत से बाढ़ विभाग द्वारा कटान रोधी कार्य से बना गया स्पर। अगले साल ही स्पर के नोज का पूरब साइड के कोना का कुछ हिसा गंगा के कटान से धराशाही हो गया था । लेकिन बाढ़ बिभाग के अधिकारियों ने उसे हल्के में लिया और पार्को पाइन बिधि से कार्य करके कटान रोकने का प्रयास किया। लेकिन वह जल्द ही गंगा की बाढ़ में धरासायी हो गया। गंगा की बैक रोलिंग और उफनती तेज लहरे फिर उसी मोड़ पर स्पर के नोज से टकराकर कटान सुरु कर दिया । अब विभाग के हाथ पांव फूलने लगे है । विभाग और जैसे तैसे दिन रात स्पर का नोज बचाने में जुट गया है । कहि रामगढ़ का डेंजर प्वाइंट ना बन जाय 27,500 किमी पर बना स्पर का नोज। पिछले तीन दिनों से लगातार रात दिन बचाव कार्य में लगे बाढ़ विभाग के अधिकारी सुबह 6 बजे से रात्रि 12 बजे तक फ्लड फाइटिंग के तहत स्थानीय ठेकेदारों, मजदूरों के सहयोग से स्पर बचाने में लगे हुए है । लेकिन बचाव कार्य करने के पश्चात भी स्पर की पूर्ण सुरक्षा का स्थायी समाधान नहीं दिख रहा है। पिछले 3 दिनों से लगातार स्पर के नोज का कटान रोकने के लिए मिटटी भरी हजारों बोरियों को जाली में डालकर गिराया गया लेकिन कोई लाभ नहीं दिखा रहा है। तब जाकर विभाग द्वारा गुरुवार से स्थानीय ठेकेदारों की मदत से बोल्डर गिराकर जाली में डालकर पानी मे गिराया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्या विभाग इसी दिन का इंतेजार कर रहा था। कि कब कटान सुरु हो कि जल्दी फ्लड फाइटिंग के तहत बचाव कार्य कराकर स्थानीय ठेकेदारों संग लाखों सरकारी धन का बंदरबाट किया जा सके। स्थानीय तटवर्तीय लोगों का यह भी कहना है कि अगर समय रहते इस स्पर का सही ढंग से कार्य किया गया होता तो आज यह नौबत कटान की नहीं होती ।