भोजपुरी गायक पवन सिंह पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा चुनाव लड़ने से किया इनकार

समाज जागरण

दिल्ली: भोजपुरी गायक पवन सिंह आसनसोल से चुनाव लड़ने से इनकार कर किया है। हालांकि उन्होने यह नही कहा है कि चुनाव नही लड़ेगे। लेकिन उनका मानना है कि आसनसोल से नही लड़ेंगे। टीएमसी नेता ने कहा है कि आखिर क्या हुआ कि पवन सिंह भारतीय जनता पार्टी के पहली लिस्ट होने के बाद भी इनकार कर दिया। टीएमसी नेता बाबुल सुप्रियो का कहना है, “मेरे मन में उनके खिलाफ या एक कलाकार के रूप में कुछ भी नहीं है। लेकिन विशेष रूप से एक व्यक्ति के वीडियो और फिल्मों में बंगाली महिलाओं को निशाना बनाया जाता है, कैसे क्या बीजेपी ऐसे किसी व्यक्ति को आसनसोल से मैदान में उतार सकती है..

इस ट्वीट से साफ है कि जानबूझकर ऐसा ट्वीट करने को कहा गया है। बीजेपी के लिए उम्मीदवारों से बात किए बिना अपनी पहली सूची जारी करना असंभव है…” तो सवाल उठता है कि आखिर ऐसा कदम क्यो उठाया गया है। टीएमसी नेता बाबुल सुप्रियो का कहना है, बीजेपी क्या खेल खेल रही है यह तो उसे ही पता लेकिन बंगाल मे आप उस व्यक्ति को टिकट देकर उतारते है जो बंगाली महिलाओं के खिलाफ क्या क्या नही अपने गानों मे विडियों मे टिप्पणी करते है। उनका विडियो बिहार उत्तर प्रदेश मे ज्यादा चलता है तो वही से लड़े।

बताते चले कि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा लोक सभा 2024 के लिए जारी पहली लिस्ट मे ही पवन सिंह भोजपुरी गायक के नाम शामिल होने के बाद आज पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। अब मना किया है या करवाया गया यह तो अभी तक साफ नही है। लेकिन इतना तो जरूर है कि भारतीय जनता पार्टी बिना विश्लेषण के किसी को भी टिकट नही देती है। सूत्रों का माने तो आसनसोल मे बिहार और उत्तर प्रदेश के रहने वालों की संख्या बहुतायत है। यह भी संभव है कि इसको देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने ऐसा किया हो. लेकिन पवन सिंह ने ऐसा क्यों किया है क्या वाकई मे पवन सिंह को अपने गानो और विडियो में बंगाली के खिलाल जो अपमान जनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है उसको लेकर पछतावा है जैसा कि बाबुल सुप्रियो ने कहा है।

पवन सिंह के द्वारा आसनसोल छोड़ने को लेकर आम जनता की क्या राय है आई देखते है।