जिला ब्यूरो अरवल से
मृत्युंजय कुमार
अरवल: बड़ी खबर अरवल से आ रही है, जहां छेड़खानी का विरोध करने पर दबंगों ने एक मां-बेटी को जिंदा जलाकर मार डाला। घटना परासी थाना क्षेत्र के चकिया गांव की है। यहां छेड़खानी का विरोध करना मां और बेटी को भारी पड़ गया। सोमवार की रात आरोपियों ने दोनों मां-बेटी को कमरे में बंद कर उनके घर में आग लगी दी, जिससे दोनों की झुलसकर मौत हो गई है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है। एक साथ दो लोगों की हत्या के बाद गांव में तनाव का माहौल है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार की देर रात दुष्कर्म की नीयत से घर में घुसे गांव के ही एक युवक ने विफल होने पर पेट्रोल छिड़ककर घर में आग लगा दी। घर में आग लगने से मां-बेटी गंभीर रूप से झुलस गईं। आग देख मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने किसी तरह उन्हें वहां से निकालकर सदर अस्पताल अरवल पहुंचाया। जहां से डॉक्टरों ने दोनों को पीएमसीएच रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।
मृतक मां-बेटी की पहचान चकिया गांव निवासी अंजित पासवान की 32 वर्षीय पत्नी सुमन देवी और उसकी 7 साल की बेटी राधिका कुमारी के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि मृतका सुमन देवी का पति अंजित पासवान उर्फ जटा पासवान को पुलिस ने शराब के मामले में पकड़कर जेल भेज दिया था। गांव के ही गोपी महतो के बेटा नंद कुमार महतो अंजित पासवान की पत्नी पर बुरी नजर रखता था। अंजित के जेल जाते ही उसे मौका मिल गया। घर में सुमन देवी को अकेला पाकर हमेशा वह छेड़छाड़ किया करता था। जब वह विरोध जताती तो आरोपी उसे धमकाता था। आरोप है कि हर रात वह उसके घर आ धमकता था लेकिन महिला के विरोध के बाद लौट जाता था।
सोमवार की रात आरोपी नंदकुमार शराब के नशे में धुत होकर सुमन देवी के घर पहुंचा और दुष्कर्म का प्रयास करने लगा। महिला ने किसी तरह अपना बचाव करते हुए घर से धक्का देकर नंदकुमार को बाहर निकाल दिया और दरवाजा बंद कर लिया। इससे आक्रोशित होकर आरोपित ने महिला के घर पर पेट्रोल छिड़क आग लगा दी। घर का दरवाजा भी बाहर से बंद कर दिया। जिससे दोनों मां-बेटी बुरी तरह से झुलस गईं। आनन फानन में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पीएमसीएच में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। उधर, घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी नंद कुमार महतो को गिरफ्तार कर लिया है और उससे कड़ी पूछताछ में जुटी है।