दिल्ली विश्वविद्यालय के विवेकानंद कॉलेज में छात्र संघ सलाहकार समिति और छात्र संघ द्वारा तीन दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव “पल्लवी” आयोजित किया गया। “भारत के रंग” थीम के साथ मनाया गया यह उत्सव भारतीय संस्कृति और विविधता के समृद्ध ताने-बाने का उत्सव था। इस उत्सव में भारत के विभिन्न कोनो में फैली विभिन्न जीवंत परंपरा कला के साथ भारतनाट्यम, ओडिसी और कथक जैसे शास्त्रीय नृत्य प्रदर्शनों के साथ भारत के गौरवशाली और समृद्ध इतिहास की याद दिलाई। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न राज्यों और समुदायों के मनमोहक लोक नृत्यों ने अपनी लय और रंगों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर लिया। लोक कला प्रतियोगिता ने लोगों को उन पारंपरिक दृश्य कला रूपों के करीब लाया जो भारत के ग्रामीण और स्वदेशी समुदायों की संस्कृति, इतिहास और जीवनशैली में गहराई से निहित हैं। नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में दिल्ली विश्वविद्यालय के 25 से अधिक टीमों ने नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में भाग लिया, जो दो दिनों तक चली ताकि सामाजिक रूप से प्रासंगिक मुद्दों पर जोशीले प्रदर्शनों को समायोजित किया । ग़ज़ल की मधुर धुनों के साथ हिमाचल और उत्तराखंड की पहाड़ी संस्कृति को बेहद आकर्षक नृत्य प्रदर्शनों के माध्यम से प्रस्तुत किया । पंजाबी गायक प्रभ गिल इवेंट के मुख्य आकर्षण रहे । उनके गाए गीतों पर छात्रों यह उत्सव इस बात पर जोर देता है कि कैसे विभिन्न संस्कृतियाँ, भाषाएँ और धर्म एक साथ सामंजस्यपूर्ण ढंग से सह-अस्तित्व में हैं, जो भारत की सच्ची भावना को बनाते हैं । यह एकता में विविधता का शानदार उत्सव था, जो राष्ट्र की सांस्कृतिक जीवंतता के सार को समेटे हुए था।
