बाल दरबार लगा कर बच्चों ने किया अधिकार और कर्तव्य की बात
बच्चो ने आने वाले चुनौतियों और समाधान के लिए डीएम से किया संवाद |
रवि कुमार
सीतामढ़ी:- महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार, यूनिसेफ, जिला प्रशासन और प्रथम संस्था के संयुक्त तत्वाधान में उड़ान परियोजना के अंतर्गत समाहरणालय स्थित विमर्श कक्ष मे आयोजित जिला स्तरीय बाल दरबार कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी रिची पाण्डेय और किशोरियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया| किशोरियों ने अपने सरोकारों व अधिकारों और समाज के विभिन्न मुद्दों पर खुलकर चर्चा की| डीएम रिची पाण्डेय ने बच्चों से घुलमिल गए और सहजता पूर्वक बच्चों को प्रोत्साहित किए| उन्होंने बताया अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता किसी व्यक्ति को सार्वजनिक सरोकार के मामलों पर बोलने का अधिकार देती है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में व्यक्ति को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है | हमारे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 39(एफ़) के मुताबिक, राज्य को बच्चों को स्वस्थ वातावरण में विकसित होने के लिए अवसर देना और उन्हें शोषण और परित्याग से बचाना है| उन्होंने किशोर-किशोरियों को जीवन कौशल विकास के संबंध मे भी जानकारी दी |
समाज के अलग-अलग तबकों से आने वाले बच्चे एवं किशोर-किशोरियों ने समूह मे बैठक कर अपनी समस्याओं, मुद्दों व अधिकारों को लेकर विस्तार से चर्चा की, समूह मे चर्चा में शिक्षा, सुरक्षा, व्यसन, पोषण, स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, बाल विवाह, बाल श्रम, बाढ़ से जुड़ी विभिन्न चुनौतियों, सरकार की योजनाओं से उन्हें लाभ मिला और कैसे एक बेहतर दुनिया का निर्माण किया जा सकता है|
चिंता, भय और अवसाद जैसी
समस्याओं को चर्चा में शामिल करते हुए परसौनी की 16 साल की रूपा ने कहा कि हमे और सशक्त बनकर आगे बढ़ना है। परिहार की 14 साल की रूपा ने बताया लड़कियों को दहेज प्रथा व बाल विवाह रोकने के लिए उच्चतर शिक्षा जरूरी है। बाढ़ जैसी आपदा से आने वाली चुनौतियों के बारे मे बेलसंड की 17 वर्षीय नीतू ने अपने विचारों को व्यक्त किया | डीएम रिची पाण्डेय ने बताया कि बाल दरबार से विभिन्न सरकारी विभागों / नीति निर्धारकों को बच्चों एवं किशोर-किशोरियों से सीधे संवाद कर, उनके सरोकारों और सुझावों को बेहतर ढंग से जानने-समझने का मौका मिला। इससे बच्चों के लिए, ख़ास तौर से वंचित वर्ग के बच्चों के लिए बेहतर योजनाएं और कार्यक्रम बनाने में मदद मिलेगी |
डीएम ने कौशल युवा कार्यक्रम केंद्र पर प्रशिक्षण प्राप्त किशोरियों को प्रमाण पत्र एवं कठिन परिस्थिति मे पढ़ाई कर रहे किशोरों को मेमेन्टो प्रदान कर उच्चतर शिक्षा ग्रहण करने हेतु प्रोत्साहित किया | उड़ान परियोजना के यूनीसेफ व प्रथम संस्था के जिला समन्वयक सुधीर कुमार ने बताया बाल दरबार मे डुमरा, परसौनी, सुरसंड, परिहार और बेलसंड प्रखण्ड के किशोर-किशोरियां भाग लिय है|
बधाई देते हुए डीपीओ आईसीडीएस आदरणीया श्रीमती कंचन कुमारी गिरी मैम ने कहा कि संयुक्त राष्ट बाल अधिकार समझौते एवं राष्ट्रीय बाल नीति के मुताबिक़ बच्चों को भागीदारी और विचार व्यक्त करने का अधिकार है | उम्मीद है कि इस संवाद को एक नियमित / सतत प्रक्रिया का स्वरूप दिया जाएगा जिसके तहत बच्चों के मुद्दों और सुझावों पर यथोचित कार्रवाई हेतु संबद्ध अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ फॉलो अप भी हो सके।
कार्यक्रम के दौरान जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, श्रम अधीक्षक रमाकान्त, डिप्टी कमांडेंट चैन सिंह, एस आई राकेश चंद्र, डीपीएम एजाजूल अंसारी, प्रभारी डीडीसी राजेश भूषण, प्रखंड समन्वयक बीरेंद्र कुमार, सीडीपीओ भावना कुमारी, सरिता संध्या आदि शामिल रहे |