देख रहे हो न बिनोद कंस्ट्रक्शन का असली रूप! पुल पुनर्निर्माण को दो महीना भी नहीं पूरा हुआ है उग गया है पौधा

नरपतगंज के गेरुआ धार पर
विकास कागजों पर, करोड़ों की योजना पर लीपापोती

हकीकत यह है कि पुल का ठीक से पूरा निर्माण नहीं किया गया। घटिया बालू-ईट आदि का इसमें इस्तेमाल हुआ है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण यह है कि यह 15-20 दिनों में ही टूटने लगा है। पुनर्निर्माण स्थल पर छोटे-छोटे पेड़ पौधे उग आए हैं

नरपतगंज /डा. रूद्र किंकर वर्मा।

पड़रिया घाट पुल घ्वस्त मामले की जांच पूरी भी नहीं हुई कि नरपतगंज के गेरुआ धार पर
विकास कागजों पर, करोड़ों की योजना पर लीपापोती का मामला उजागर हुआ है।बिहार में पिछले महीने एक साथ कई पुलों के ध्वस्त हो जाने की घटना सभी को याद है कि किस प्रकार इन पुलों के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ। मीडिया में खबरें आईं। सरकार का बयान आया। कुछ लोगों पर कार्रवाई हुई। बस मामला समाप्त। असली गुनहगार पर कोई कार्रवाई नहीं। यह है आज की हकीकत।
आइए इसी कड़ी में एक भ्रष्टाचार की कहानी मामला नरपतगंज प्रखंड के पोसदाहा पंचायत वार्ड नंबर- 4 स्थित गेरुआ धार में बने पुल की टूट-फूट के पुनर्निर्माण को लेकर है। उल्लेखनीय है कि इस पुल का निर्माण 1962 में हुआ था। यह जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच गई थी। बिहार सरकार की हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना के तहत इस पुल के टूट-फूट वाले हिस्से के पुनर्निर्माण को लेकर वीरपुर स्थित सिंचाई मंडल की ओर से एक करोड़ 36 लाख 21 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई। पुल के पुनर्निर्माण का कार्य जगदंबा कंस्ट्रक्शन को 09 मार्च 2024 को सौंपा गया। इस पर निर्माण का कार्य अंतिम रूप से समाप्त करने के लिए 30 मई 2024 की तिथि निर्धारित की गई थी। यह सारी जानकारी पुनर्निर्माण स्थल स्थित लगे सूचना पट से ली गई है।
स्थानीय ग्रामीणों और पुल निर्माण से जुड़े अनुभवी लोगों ने बताया कि इस पुल के पुननिर्माण में कागजों पर लीपापोती की गई है। हकीकत यह है कि पुल का ठीक से पूरा निर्माण नहीं किया गया। घटिया बालू-ईंट आदि का इसमें इस्तेमाल हुआ है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण यह है कि यह 15-20 दिनों में ही टूटने लगा है। पुनर्निर्माण स्थल पर छोटे-छोटे पेड़ पौधे उग आए हैं। सिंचाई विभाग के एसडीओ और
कार्यपालक अभियंता से इस संबंध में पूरी जानकारी लेने की कोशिश की गई लेकिन किसी अधिकारी ने न तो फोन उठाया और न मिलने की जहमत उठाई। यानी अधिकारी वर्ग इस मामले में कुछ भी बताने से कतराते नजर आए।