पसान मंडल में भाजपा में दिख रही गुटबाजी, सदस्यता दिलाने हेतु ले रहे श्रेय

अनूपपुर। शहडोल संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के मतदान के लिए अब कम ही समय बाकी है और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर दस्तक देना प्रारंभ कर दिए हैं और भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के लिए अपील कर रहे हैं वहीं इन दोनों कांग्रेस से भाजपा में आने वाले नेताओं की झड़ी भी लग सी गई है। अनूपपुर जिले के पसान मंडल में भी कांग्रेस के कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधियों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली है लेकिन इस मंडल में गुटबाजी भी साफ तौर पर दिखाई पड़ रही है और सदस्यता दिलाने के पीछे भी दोनों ग्रुप श्रेय लेने की कोशिश में लगे हुए हैं। कुछ दिनों पूर्व कांग्रेस के युवा नेता आशीष मिश्रा ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ली जिसका श्रेय लेने में पूर्व मंडल अध्यक्ष उमेश मिश्रा पीछे नहीं रहे वहीं शनिवार को इसी मंडल के पषान नगर पालिका क्षेत्र के कई पार्षद एवं नेताओं ने नगर पालिका अध्यक्ष राम अवध सिंह के नेतृत्व में भाजपा की सदस्यता ली और इसका पूरा श्रेयराम अवध सिंह ने लिया। इस मंडल में भाजपा नेताओं में गुटबाजी पहले से ही थी लेकिन नगर पालिका चुनाव के उपरांत इस पाले वाले उसे पाले में चले गए और उसे पहले वाले इस पाले में आ गए। कभी पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष राम अवध सिंह के साथ कदमताल करने वाले पूर्व मंडल अध्यक्ष राम अवध सिंह अब दूसरे ग्रुप के साथ कदमताल करते नजर आ रहे हैं और उनके साथ कुछ युवा नेता भी हैं और कभी पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राम अवध सिंह के विरोधी खेमे के माने जाने वाले अजय यादव अब नगर पालिका अध्यक्ष के साथ कदमताल कर रहे हैं। वहीं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुमन गुप्ता के पति राजू गुप्ता के चहेते अजय यादव माने जाते थे लेकिन इन दोनों विरोधी खेमे के माने जाते हैं। कुछ ऐसा ही मामला वर्तमान मंडल अध्यक्ष का भी है। युवा मोर्चा के पदाधिकारी रहे स्वप्निल पांडे भी इन दिनों पूर्व मंडल अध्यक्ष उमेश मिश्रा के साथ दिखाई दे रहे हैं। राम अवध सिंह का विरोधी खेमा वाला यह ग्रुप पूर्व में विशाल लाल सिंह का समर्थक माना जाता था लेकिन इन दोनों रामलाल रौतेल का समर्थक माना जाता है। दूसरे खेमे का नेतृत्व इन दोनों पूर्व मंडल अध्यक्ष लाल बहादुर जायसवाल कर रहे हैं। आखिर क्या कारण है कि जिले का शीर्ष संगठन इस मंडल में व्याप्त गुटबाजी पर लगाम नहीं लगा पा रहा है।