समाज जागरण संवाददाता:- वेद प्रकाश पालीगंज अनुमंडल
पालीगंज/ रसोई पर महंगाई की मार से आम आदमियों के रसोईघर से गायब होने लगी हरी सब्जियां। आलू के भाव छुड़ा रहे पसीने तो टमाटर हुआ लाल। वही प्याज निकालने लगा आंखों से आंसू।
दराल बात यह है कि बरसात के मौसम में हर वर्ष सब्जी-भाजी के दामों में तेजी देखी जाती थी। लेकिन इस बार भाव में कुछ ज्यादा ही तेजी देखी जा रही है। आलू के भाव आसमान छू रही हैं तो टमाटर के भाव भी कुछ कम नही दिख रही हैं। वही प्याज के दाम सुनकर ही आंसू निकालने शुरू हो जा रहे हैं। देखा जाए तो सब्जियों के दाम डेढ़ से दो गुना तक महंगे हो चुके है। पालीगंज में आलू 40 रुपए प्रति किलो तो टमाटर 80 रुपए प्रति किलो की दर पर मिल रहा है। प्याज ने तो आंसू हीं निकाल दिए हैं, इसकी खुदरा बिक्री 50 रुपए प्रति किलो की दर से हो रही है। महीने भर के अंदर ही रसोई का बजट बिगड़ गया है। हरी मिर्च का दाम सुनकर ही पसीना छुटने लगता है। 200 रुपए प्रति किलो की दर से मिर्च मिल रहा है। अदरक, शिमला मिर्च, तुरई, के भाव आसमान छु रहे हैं। धनिया पत्ता की कीमतें एक महीने के अंदर 50 रुपये प्रति किलो से सीधे 160 रुपये तक पहुंच गई हैं। फूल गोभी की कीमतें 40 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 60 रुपये प्रति किलो हो गई हैं। लहसुन की कीमतें 180 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 200 रुपये प्रति किलो हो गई हैं। बीन की फली की कीमतें 60 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 180 रुपये प्रति किलो हो गई हैं। भिंडी की कीमतें 40 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलो हो गई हैं। दाम बढ़ने के कारण सब्जी की बिक्री पर भी असर पड़ा है।
फिलहाल बारिश के वजह सब्जियों के दाम और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। जिससे आमलोगों की थाली से सब्जी गायब होना तय है।