शिक्षा व्यवस्था में सुधार से ही साबित होगी सामाजिक न्याय की सार्थकता

शैक्षणिक न्याय की संभावनाएं विषय पर शैक्षणिक कांफ्रेंस का आयोजन

प्रोफेसर डॉ. एस एन मालाकार ,साइंस कॉलेज पटना के प्रोफेसर अखिलेश कुमार का रहा सारगर्भित व्याख्यान

बेगूसराय ।

शैक्षणिक न्याय की संभावनाएं विषय पर शैक्षणिक कांफ्रेंस का आयोजन सुहृद नगर स्थित ओटीएस डिफेन्स एकेडमी के कांफ्रेंस हॉल में रविवार को सामाजिक-शैक्षणिक मंच सैप्स की ओर से बिहार के परिदृश्य में सामाजिक न्याय की दशा एवं शैक्षणिक न्याय की संभावनाएं विषय पर कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।बेगूसराय एवं इर्द-गिर्द के छात्र-छात्राओं को आर्मी, नेवी, एयरफोर्स में अफसर बनाने की प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराने को लेकर रविवार को शैक्षणिक कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। सामाजिक-शैक्षणिक मंच सैप्स के अंतर्गत आयोजित उक्त कांफ्रेंस में सामाजिक न्याय की दशा एवं शैक्षणिक न्याय की संभावनाएं विषय पर वक्ताओं ने – अपनी-अपनी राय रखी।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. एसएन मालाकार ने कहा कि
सामाजिक न्याय का मुद्दा राष्ट्रीय नहीं अंतरराष्ट्रीय है। शिक्षा व्यवस्था में सुधार से ही सामाजिक न्याय की सार्थकता साबित होगी।

कॉन्फ्रेंस का आयोजन एवं संचालन सेवानिवृत विंग कमांडर रणजीत – कुमार के द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्हें कहा कि एकेडमी का मूल उद्देश्य बेगूसराय एवं इर्द-गिर्द के छात्र-छात्राओं को आर्मी, नेवी, एयरफोर्स में अफसर बनाने की प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराना है। इससे इतर संस्था का उद्देश्य समाज में शैक्षणिक जागृति पैदा करना नैतिक दायित्व का निर्वहन करना भी है। कांफ्रेंस में शामिल सभी अतिथियों व वक्ताओं ने संबंधित विषय पर विचार रखे। विषयवस्तु पर विस्तृत चर्चा के दौरान साइंस कॉलेज पटना के प्रोफेसर अखिलेश कुमार ने सामाजिक न्याय की दिशा में मिली सफलता को अनूठे ढंग से समझाय। संस्था सार्थक संवाद के कुमार सर्वेश ने शैक्षणिक न्याय की अपार संभावनाओं से लोगो को अवगत कराया। वहीं डॉ भगवान प्रसाद सिन्हा ने अपने सटीक विचार रखे। कांफ्रेंस के दौरान जीडी कॉलेज बेगूसराय के प्रोफेसर डॉ अभिमन्यु, हसनपुर से बीडीओ जय किशन, जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव रणजीत कुमार, इंग्लिश के शिक्षक हिटलर कुमार, मध्य विद्यालय रतौली के एचएम धनंजय कुमार तथा जाने माने बायोलॉजी के अध्यापक संजय कुमार ने भी-अपने विचार रखे।