कानपुर और लखनऊ में इनकम टैक्स के छापे से भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कंप


– एक दर्जन से अधिक अधिकारियों और ठेकेदारों के 22 ठिकानों पर एक साथ की गई छापेमारी



सुनील बाजपेई

कानपुर | योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश सरकार के भ्रष्ट अधिकारियों की शामत आ गई है। लगभग 1 दर्जन से अधिक भ्रष्ट और घूसखोर अफसरों के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग द्वारा आज बुधवार को बड़ी कार्रवाई करने के रूप में सबक सिखाने की शुरुआत कर दी गई है जिसके तहत अबतक एक साथ 22 ठिकानों पर छापेमारी की है । के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक छापे की इस कार्रवाई में कई ठेकेदारों के भी नाम शामिल बताए गए हैं जिससे उनमें भी हड़कंप मचा हुआ है । मिली जानकारी के मुताबिक इससे पहले 18 जून को भी कार्रवाई की गई थी. I

छापामार कार्रवाई की विवरण में पता चला है किआयकर विभाग की टीम दिल्ली के शाहदरा स्थित आवास से डीपी सिंह के यहां बुधवार को पहुंची थी. यहां से टीम उन्हें अपने साथ लखनऊ लेकर गई है ।

अवगत कराते चलें कि डीपी सिंह फिलहाल कानपुर में कार्यरत हैं ।

इसी के साथ उद्धयमिता प्रशिक्षण संस्थान संस्था, उद्योग विभाग, यूपी इंडस्ट्रियल कंसलटेंट लिमिटेड, उद्यम विभाग के साथ कुछ प्राइवेट इंडस्ट्रियलिस्ट के यहां छापेमारी शुरू की गई है । सूत्रों से अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आज 31 अगस्त को दिल्ली के एक लोकेशन, कानपुर के 10 लोकेशन और लखनऊ के 10 लोकेशन सहित दो अन्य ठिकानों पर छापेमारी कारवाही ने हड़कंप मचा रखा है।


बताया गया कि ऑपरेशन बाबू साहब पार्ट-2 के तहत यह कार्रवाई की जा रही है. इसकी शुरुआत 18 जून को दिल्ली से हुई थी. हालांकि अब इस जांच की आंच यूपी के कानपुर और लखनऊ तक पहुंच चुकी है. विभाग को इनपुट मिले थे कि टेंडर को लेकर कई योजनाओं में इन विभागों के अफसर लिप्त रहें. इसके बाद इन सभी के खिलाफ साक्ष्य जुटाए गए और छापेमारी शुरू की गई.