कोटमीसोनार ब्रह्माकुमारीज पाठशाला में होली स्नेह मिलन एवं महिला दिवस का कार्यक्रम हुआ संपन्न।

होली अर्थात बीती बातों का चिंतन ना करें -ब्रम्हाकुमारी शशिप्रभा

समाज जागरण संवाददाता विवेक देशमुख

कोटमीसोनार। ब्रह्माकुमारीज पाठशाला कोटमीसुनार के द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एवं होली स्नेह मिलन का कार्यक्रम आयोजित किया गयाl जिसमें ब्रम्हाकुमारी शशिप्रभा के द्वारा जनपद पंचायत सदस्य रनिया बाई , पंच प्रेम बाई मितानिन प्रेम बाई मितानीन सहोद्रा बाई का सम्मान तिलक,अंगवस्त्र ,श्रीफल के द्वारा किया गया।


कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी शशिप्रभा दीदी ने उद्बोधन देते हुए कहा कि नारी शक्ति का अवतार है इस धरती पर नियम को बनाने वाली भी महिला ही है महि अर्थात धरती और लॉ माना नियम l नारी जो चाहे वह कर सकती है ।स्वयं को बदले शुरुआत अपने घर से करें नारी बदलेगी तो विश्व का कल्याण होगा। आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आ रही है ,और बहुत अच्छी तरह से अपना कर्तव्य निभा रही है ,नारी को आज समान अधिकार भी दिए जा रहे, आज के समय नारी घर को भी चला रही है तो देश को भी चला रही है हमारे देश की राष्ट्रपति भी नारी ही है, हमें देश को प्रगति की ओर ले जाना है , उन्नति का आधार हमारा आंतरिक परिवर्तन है इसलिए अपने अंदर निज गुणों की धारणा कर श्रेष्ठ संस्कारों का निर्माण कर अपने परिवार को भी संस्कारों का सिंचन करने वाली नारी है हमें अपने मन की सफाई भी अवश्य करना है उसके लिए मन के अंदर अच्छे विचारों को लाना है l


दीदी जी ने आगे होली का अर्थ समझाते हुए कहा कि होली अर्थात जो बात जीवन में घटित हो गई उस पर बार-बार चिंतन ना करें इस होली पर्व में उसे बीती सो बीतीकर उस बात पर पूर्ण विराम लगा दें अर्थात बीत गया सो बीत गया कई वर्षों तक एक ही बात को अपने मन में हम गठान बनाकर रखते हैं जिससे हमारे संबंधों में दूरियां बढ़ती जाती हैं और हमारे मन में तनाव भी बढ़ता जाता है इसलिए इस होली पर्व पर हम अपने पुराने संस्कारों का परिवर्तन कर बीती बातों पर बिंदी लगाएं और श्रेष्ठ कर्म के लिए श्रेष्ठ संकल्प करें l


उपस्थित गणमान्य सदस्यों ने इस बात पर सहमति जताई एवं दीपप्रज्वलन कर अपने संकल्पों को श्रेष्ठ दिशा प्रदान करने हेतु संकल्प लियाl


इस अवसर पर पुष्पा देवी ,संतोषी बाई , राजकुमारी , चंद्रप्रभा केवट, अंजलि पटेल, अंजनी केवट व घासीराम केवट ,दीनदयाल केवट, व्यास सिंह ठाकुर, सूर्यकांत केवट, संदीप, रामेश्वर थवाईत, भागवत पटेल, खेमनाथ, संदीप कुमार केवट, रामलाल आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे l कुमारी अंजनी एवं सुरेखा ने खेले बाबा संग होली गीत पर नृत्य प्रस्तुत कियाl ब्रम्हाकुमारी श्यामा बहन ने सभी को राजयोग काअभ्यास कराया lकार्यक्रम का कुशल संचालन व्यास सिंह ठाकुर ने किया एवं अंत मेंआभार प्रदर्शन रामलाल केवट ने कियाl