लगातार बारिश से फसलें चौपट, किसान हुए हताश*

पंकज कुमार पाठक,संवाददाता पदमा, समाज जागरण

पदमा: इस वर्ष हुई लगातार बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। पहले खरीफ फसलों की बुवाई का मौका नहीं मिला, और अब रबी फसलों के लिए भी किसानों को अवसर नहीं मिल पाया। कुछ किसानों ने जोखिम उठाकर बोआई की, परंतु बार-बार हुई बारिश ने फसल को उगने से पहले ही खेत में सड़ा डाला।



जहाँ बीते वर्षों में किसान सितंबर माह के अंत तक आलू, मटर जैसी रबी फसलों की बोआई कर लिया करते थे, वहीं इस वर्ष अक्टूबर की शुरुआत तक हुई निरंतर बारिश ने फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। इससे किसानों के हौसले भी टूट गए हैं।

पदमा प्रखंड के सिमरकुरहा निवासी युवा किसान नरेश यादव मायूस होकर बताते हैं, “इस साल मैंने करैला, बोदी एवं अन्य फसलें ऋण लेकर लगाई थीं, लेकिन बारिश के कारण सारी फसल खेत में ही नष्ट हो गई। इससे मुझे लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।”

नरेश यादव जैसे कई किसान हैं जिनकी मेहनत इस वर्ष की अप्रत्याशित बारिश ने चौपट कर दी है। किसानों की कमर टूट चुकी है और वे अब सरकार से मुआवजा या राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं।