लिखते हैं डीएसपी साहब -क्योंकि सिस्टम अभी जिंदा है…
और कहते हैं लोग ऐसे पदाधिकारी कभी नहीं देखा , फिल्मों में होते है ऐसे पदाधिकारी



दैनिक समाज जागरण
रामाशीष कुमार “आशीष”
ब्यूरो चीफ,नवादा
नवादा/बिहार : नवादा जिले के रजौली अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री पंकज कुमार को हाल ही में स्थानांतरण होकर रजौली के नए एसडीपीओ बनाएं गए हैं। जबसे कमान संभालें है रजौली अनुमंडल का तब से जनता और पुलिस के बीच दीवार को समाप्त कर दिए और जनता ,पुलिस में एक विश्वास की नीव डाली है ।उनके विगत कुछ दिन के कार्य और कार्यशैली से जनता खुश है और कहते हैं लोग की ऐसे पदाधिकारी कभी नहीं देखा , फिल्मों में होते है ऐसे पदाधिकारी क्योंकि कम समय में सीरियस मामले का निपटारा कर देते हैं । उनकी यह खासियत है और हमेशा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहकर लोगों तक अपनी बात पहुंचाते रहते है । इसी कड़ी में आज उनके फेसबुक वॉल से एक स्टोरी लिया गया है । वो लिखतें है। क्योंकि सिस्टम अभी जिंदा है…
#दोपहर एक बजे।चिलचिलाती धूप और भयंकर गर्मी। सीढ़ियां चढ़ते वक्त देखा कि 80 साल की एक दादी मां मेरे कार्यालय के बाहर मेरा इंतजार कर रही है।हमने तुरंत इन्हें अंदर बुलाया और सबसे पहले पानी पिलाया।इनके हाथ में एक पोटली थी जिसमे एक आवेदन था।आवेदन में अपने ही बेटे, बहु द्वारा प्रताड़ित करने की बात थी।यह दादी चालीस किलोमीटर दूर मुझसे इस विश्वास और भरोसे पर आई थीं कि उनके साथ न्याय होगा।हमने तुरंत संबंधित थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि वे खुद घटनास्थल पर जायेंगे और इसका समाधान करेंगे।मैंने इन्हें अपना मोबाइल नंबर लिख कर दिया ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति में मुझसे संपर्क कर सकें।इनसे यह भी वादा किया है कि यदि फिर भी इन्हे दिक्कत हुई तो इस बार मैं खुद आऊंगा।दादी मां खुशी खुशी घर गईं।आज फिर एक व्यक्ति को यकीन हुआ कि-“सिस्टम अभी जिंदा है”